हुब्बल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री एवं धारवाड़ लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार प्रल्हाद जोशी।

प्रल्हाद जोशी ने कहा
हुब्बल्ली. केंद्रीय मंत्री एवं धारवाड़ लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार प्रल्हाद जोशी ने कहा कि उन्होंने फकीर दिंगलेश्वर स्वामी को नाराज करने वाला व्यवहार नहीं किया है। अगर वे मुझसे नाराज हैं तो मैं दिंगालेश्वर स्वामी से माफी मांगने को तैयार हूं।
इसके जरिए जोशी ने दिंगालेश्वर स्वामी की ओर से अपने ऊपर लगाए गए आरोपों पर सफाई दी।
हुब्बल्ली में पत्रकारों से बातचीत में दिंगालेश्वर स्वामी की ओर से लिंगायतों को रौंदने के प्रल्हाद जोशी पर लगाए गए आरोप के बारे में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जोशी ने कहा कि जब से मैं लोकसभा का सदस्य बना हूं तब से क्षेत्र में आठ में से सात लिंगायतों को टिकट दिया गया है। हमने सभी समुदाय को मौका दिया है। दिंगलेश्वर स्वामी के प्रति हमें श्रध्दा है। शिरहट्टी पीठ ने मुझे हमेशा आशीर्वाद दिया है।
दिंगालेश्वर स्वामी को यदि कोई गलतफहमी हुई है तो हम उसका समाधान करेंगे। अगर मुझसे कोई गलती हुई है तो माफी मांगने में मुझे कोई झिझक नहीं है। यदि मुझसे कुछ गलत हुआ हो तो कृपया मुझे सीधे बताएं क्षमा मांग लंूगा। स्वामी जो भी कहें, मुझे आशीर्वाद ही है, मैं इस अवसर पर इससे अधिक कुछ नहीं कहूंगा। यदि स्वामी मुझे समय दें तो मैं उनसे बात करने को तैयार हूं।
जोशी ने कहा कि जेडीएस पदाधिकारियों और नेताओं की बैठक बुलाई गई है। भाजपा और जेडीएस के नेता और कार्यकर्ता मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। हम पूरे निर्वाचन क्षेत्र में बड़ी संख्या में मतदाताओं से मिलेंगे। भाजपा भारी अंतर से जीतेगी। भाजपा राज्य भर की 28 में से 28 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने को लेकर आश्वस्त है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हताशा में बेहद ओछी भाषा का प्रयोग करने लगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में जितनी ओछी भाषा का प्रयोग करेंगे उतनी उनकी लोकप्रियता बढ़ेगी। भाजपा कार्यकर्ता और अधिक जोश से काम करते हैं। भाजपा में कुछ क्षेत्रों में उदासी, असमंजस और बगावत है। सभी जगहों पर बातचीत की गई है। दावणगेरे पर बातचीत हो चुकी है, रायचूर का मामला बाकी है और हम उसे भी ठीक कर लेंगे।
दिंगलेश्वर स्वामी ने क्या आरोप लगाया था?
दिंगलेश्वर स्वामी ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने स्वामी के साथ ठीक व्यवहार नहीं किया है। लिंगायतों के साथ अन्याय हुआ है। जोशी ने बीएस येडियूरप्पा को मुख्यमंत्री पद से हटाया। फोन करने पर उनसे कहा था कि मदद करने के लिए क्या आपके लिंगायत नेता नहीं हैं। बेटी की शादी के लिए जाने पर स्वामी को 2 हजार रुपए देकर भेजा है। प्रल्हाद जोशी को सत्ता और पैसे घमंड़ है।

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