आचार्य गुणधरनंदी ने दी चेतावनी
हुब्बल्ली. वरूर नवग्रह तीर्थक्षेत्र के आचार्य गुणधरनंदी ने चेतावनी दी है कि यदि जैन विकास निगम की स्थापना और तालुक केंद्रों में जैन छात्रों के लिए छात्रावास सुविधा सहित अन्य मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे बेंगलूरु में विधानसौधा के सामने सल्लेखन व्रत कर अपना शरीर त्याग देंगे।
वरूर नवग्रह तीर्थक्षेत्र में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में रोते हुए आचार्य गुणधरनंदी ने कहा कि अपनी मांगों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार से नौ बार ज्ञापन सौंपने के बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
उन्होंने कहा कि हर बार ज्ञापन सौंपने पर मुख्यमंत्री समेत हर कोई आश्वासन देते हैं परन्तु हमें समझ नहीं आ रहा कि मांग पूरी करने में लापरवाही क्यों बरती जा रही है। मुख्यमंत्री को इतना निर्दयी नहीं होना चाहिए कि वे गरीब जैनियों की बात न सुनें। हमें नहीं पता कि जैनों ने क्या गलत किया है।
गुणधरनंदी ने कहा कि सरकार पर दबाव बनाने के लिए चरणबद्ध संघर्ष किया जाएगा। जैन समुदाय की ओर से 19 मार्च को बेंगलूरु में मंत्री जमीर अहमद के माध्यम से सरकार को अंतिम बार ज्ञापन सौंपा जाएगा। प्रत्येक तालुके से लोग याचिका प्रस्तुत करने के लिए वाहनों से बेंगलूरु जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार 9 अप्रेल तक प्रतिक्रिया नहीं देती है, तो 10 अप्रेल को महावीर जयंती पर हम न्याय की मांग करते हुए तख्तियां दिखाएंगे और मौन प्रदर्शन करेंगे। 8 जून को बेलगावी जिले के ऐनापुर में जैन समाज का विशाल सम्मेलन कर आंदोलन तेज किया जाएगा।
गुणधरनंदी ने कहा कि जैन समुदाय ने संस्कृति, दान, धर्म और अहिंसा के संरक्षण में अग्रणी स्थान बनाए रखा है। जैनियों में भी बहुत से गरीब लोग हैं। सरकार को गरीब जैनियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध करनी चाहिए।