आत्मनिर्भर जीवन बनाने सरकार की अहम योजनाहुब्बल्ली में अपने गृह कार्यालय में डी. देवराज अरस पिछड़ा वर्ग विकास निगम की ओर से महिलाओं को प्रदान की जाने वाली सिलाई मशीन योजना के तहत लाभार्थियों को सिलाई मशीनें वितरित करते हुए विधायक एवं राज्य स्लम बोर्ड के अध्यक्ष प्रसाद अब्बय्या।

विधायक प्रसाद अब्बय्या ने 22 लाभार्थियों को वितरित की सिलाई मशीनें

हुब्बल्ली. विधायक एवं राज्य स्लम बोर्ड के अध्यक्ष प्रसाद अब्बय्या ने कहा कि स्वतंत्र भारत के बाद से महिला सशक्तीकरण पर बहुत जोर दिया गया है। डॉ. बी.आर. अंबेडकर का महिलाओं की आजादी में योगदान अद्वितीय है। महिलाओं को इस योजना का लाभ उठाना चाहिए और अंबेडकर की इच्छा के अनुसार आत्मनिर्भर जीवन जीना चाहिए।

वे अपने गृह कार्यालय में डी. देवराज अरस पिछड़ा वर्ग विकास निगम की ओर से महिलाओं को प्रदान की जाने वाली सिलाई मशीन योजना के तहत 22 लाभार्थियों को सिलाई मशीनें वितरित करने के बाद बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि अगर आप पूछें कि घर बैठे महिलाएं किस तरह का काम करती हैं, तो सबसे पहला जवाब आता है सिलाई का। यह उन व्यवसायों में से एक है, जिसकी हमेशा मांग रहती है। ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर मेट्रो शहरों तक इनकी भारी मांग है। कई महिलाओं को सिलाई करना पसंद है परन्तु उनके पास सिलाई मशीन खरीदने की क्षमता नहीं है। इसलिए सरकार इस योजना के तहत सिलाई मशीन वितरित कर महिला उद्योग को बढ़ावा दे रही है।

अब्बय्या ने कहा कि सामान्य सिलाई मशीन की कीमत 5 हजार रुपए है। वहीं थोड़ा अपडेट खरीदना चाहते हैं, तो अधिक पैसे खर्च करने होंगे। यह 5 हजार भी उन महिलाओं के लिए महंगा है जो अपने रोजमर्रा के काम के साथ-साथ सिलाई करके पैसा कमाना चाहती हैं। सरकार ने ऐसी महिलाओं की मदद के लिए मुफ्त सिलाई मशीन योजना शुरू की है। लगभग 18 हजार रुपए की उच्च गुणवत्ता वाली सिलाई मशीनें वितरित की जा रही हैं।

हर साल वितरण

उन्होंने कहा कि डी. देवराज अरस पिछड़ा वर्ग विकास निगम की ओर से हर साल गरीब परिवारों की महिलाओं को सिलाई मशीन वितरित करने के लिए आत्मनिर्भर योजना चलाई जा रही है। इस योजना का लाभ लेने के लिए पिछड़ा वर्ग श्रेणी-1, 2ए, 3ए और 3बी से संबंधित होना चाहिए। (विश्वकर्मा, उप्पार, अम्बिगा, सविता, मडिवाल, खानाबदोश और अर्ध-खानाबदोश समुदाय, वोक्कालिगा, लिंगायत, काडुगोल्ला, हट्टीगोल्ला, मराठा और इसके उप-समुदायों को छोडक़र) परिवार की वार्षिक आय ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 98,000 रुपए और शहरी क्षेत्रों के लिए 1,20,000 रुपए के भीतर होनी चाहिए और आवेदक की आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए। योजना का लाभ लेने के लिए इन सभी मानदंडों का पालन करना चाहिए।

इस अवसर पर डी. देवराज अरस पिछड़ा वर्ग विकास निगम के जिला प्रबंधक कुशाल चौगला, अशोक होसमनी, नेता प्रभु प्रभाकर, अनीता जडी सहित कई अन्य मौजूद थे।

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