सड़क दुर्घटना दर शून्य करना सभी की जिम्मेदारीहुब्बल्ली के विद्यानगर स्थित बीवीबी तकनीकी कॉलेज में राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा जागरूकता माह 2025 के तहत आयोजित बाइक और कार रैली के उद्घाटन समारोह में सडक़ सुरक्षा पोस्टर का विमोचन करते हुए श्रम एवं धारवाड़ जिला प्रभारी मंत्री संतोष लाड।

सडक़ सुरक्षा नियमों का पालन करें युवा

श्रम मंत्री संतोष लाड ने की अपील

बाइक और कार रैली का किया शुभारंभ

हुब्बल्ली. श्रम एवं धारवाड़ जिला प्रभारी मंत्री संतोष लाड ने कहा कि सडक़ सुरक्षा के बारे में समाज में जागरूकता पैदा करना आवश्यक है। सडक़ दुर्घटना दर को शून्य तक लाने की जिम्मेदारी हम सभी की है।

वे बुधवार को शहर के विद्यानगर स्थित बीवीबी तकनीकी कॉलेज में जिला प्रशासन, परिवहन विभाग, कर्नाटक राज्य सडक़ सुरक्षा प्राधिकरण, हुब्बल्ली धारवाड़ मोटर ड्राइविंग स्कूल एसोसिएशन, वायु प्रदूषण परीक्षण केंद्र प्रमोटर्स, केएलई तकनीकी विश्वविद्यालय और हुब्बल्ली मोटर वाहन डीलर्स के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा जागरूकता माह 2025 के तहत आयोजित बाइक और कार रैली का शुभारंभ कर बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि देश में दोपहिया वाहन चलाने वाले युवाओं की संख्या बढ़ी है। देश में 22 प्रतिशत युवा सडक़ दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं। हर दिन 280 लोग मर रहे हैं। इससे देश के सकल घरेलू उत्पाद को 1 प्रतिशत का नुकसान होगा। इसके अलावा, परिवार को भी भारी आर्थिक नुकसान होगा। एक परिवार को अच्छा जीवन जीने में कई वर्ष लग जाते हैं। युवाओं को सडक़ सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए। यातायात नियमों का पालन करने से किसी की जान नहीं जाएगी।

लाड ने कहा कि जल्दबाजी में यात्रा करना, शराब पीकर वाहन चलाना, यातायात नियमों का पालन न करना, तथा सीट बेल्ट और हेलमेट न पहनना, ये सभी ऐसे कारक हैं जो दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। सभी को अनिवार्य रूप से सडक़ सुरक्षा एवं यातायात नियमों का पालन करना चाहिए।

विधायक महेश टेंगिनकाई ने कहा कि सडक़ दुर्घटनाओं में धारवाड़ जिला राज्य में 15वें स्थान पर है। जिले को 30वें स्थान पर लाने की जरूरत है। यहां तक कि विकसित देश अमेरिका में भी दुर्घटना दर अधिक है। वाहनों में आवश्यकता से अधिक लोगों को यात्रा नहीं करनी चाहिए। एक दोपहिया वाहन पर 3 से 4 लोग यात्रा करते हैं। वाहन चलाते समय हेलमेट व सीट बेल्ट अवश्य पहनना चाहिए।

जिलाधिकारी दिव्य प्रभु जीआरजे ने कहा कि सडक़ सुरक्षा किसी एक विभाग या सरकार का काम नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति को सडक़ के नियमों का पालन करना चाहिए। सडक़ सुरक्षा में इंजीनियरिंग, शिक्षा और प्रवर्तन तीन प्रमुख तत्व हैं। इंजीनियरों को गुणवत्तापूर्ण सडक़ें बनानी चाहिए। शिक्षा का उद्देश्य जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों में जागरूकता पैदा करना है। सभी को सरकार की ओर से लागू नियमों का पालन करना चाहिए। हेलमेट न पहनने के कारण लगभग 75,000 लोगों की मौत हो चुकी है। युवाओं को शैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्टता हासिल करनी चाहिए। किसी को भी लापरवाही से वाहन नहीं चलाना चाहिए।

इस अवसर पर सडक़ सुरक्षा उपकरण एवं सडक़ सुरक्षा पुस्तिकाएं जारी की गईं। वाहनों पर सडक़ सुरक्षा स्टिकर भी चिपकाए गए।
बाइक और कार रैली बीवीबी कॉलेज से टेंडर श्योर सडक़ से तोलनकेरे पर समाप्त हो गई।

कार्यक्रम में हुब्बल्ली-धारवाड़ शहरी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शाकिर सनदी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवनेश पाटिल, हुब्बल्ली धारवाड़ के पुलिस आयुक्त एन शशिकुमार, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. गोपाल बाइकोडे, डीसीपी महानिंग नंदगावी, एसीपी विनोद मुक्तेदार, संयुक्त परिवहन आयुक्त एमपी ओंकारेश्वरी, केएलई तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रकाश तेवरी, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के. दामोदर, हुब्बल्ली ग्रामीण डिपो नियंत्रक एच. रामनगौडर, शहरी डिपो नियंत्रक सिद्धलिंगेश समेत पुलिस विभाग, परिवहन विभाग, कर्नाटक राज्य सडक़ सुरक्षा प्राधिकरण, हुब्बल्ली धारवाड़ मोटर ड्राइविंग स्कूल एसोसिएशन, वायु प्रदूषण जांच केंद्र प्रमोटर्स, हुब्बल्ली मोटर वाहन डीलर्स के अधिकारी, विद्यार्थी और आम जनता ने भाग लिया था।

परिवहन विभाग के प्रथम श्रेणी सहायक जीवी दिनमणि ने कार्यक्रम का संचालन किया।

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