एडीजीपी मालिनी कृष्णमूर्ति ने किया जेल का दौरा
कलबुर्गी. शहर के केंद्रीय जेल में अपने दोस्तों को वीडियो कॉल करने के लिए कुछ कैदियों की ओर से स्मार्टफोन का उपयोग करने के मामले के संबंध में जेल और सुधार सेवा विभाग की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मालिनी कृष्णमूर्ति ने मंगलवार को जेल का दौरा कर निरीक्षण किया।
उन्होंने जेल अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि क्या वे परप्पन अग्रहार में दर्शन कांड होने के बाद भी नहीं जागे? कैदी वीडियो कॉल कर रहे हैं तो इसका क्या मतलब है?
पुलिस आयुक्त शरणप्पा एस.डी. के साथ जेल का निरीक्षण कर अधीक्षक के साथ चर्चा की।
बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कृष्णमूर्ति ने कहा कि वीडियो कॉल मामले में प्रारंभिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं और 10 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। अगर अधिकारियों की भूमिका पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि आर.अनीता ने सोमवार को प्रमुख जेल अधीक्षक का पदभार ग्रहण किया है। उन्हें सुरक्षा और निरीक्षण कड़ा करने का निर्देश दिया है। मौजूदा 2जी जैमर की जगह 5जी जैमर लगाया जाएगा।
कृष्णमूर्ति ने कहा कि राज्य में 54 जेल हैं और निगरानी के लिए कर्मचारियों की कमी है। प्रत्येक डीआईजी के पास 26 से 28 जेलें हैं। इसलिए पर्यवेक्षण और स्टाफ की संख्या बढ़ाने और प्रशिक्षण देने का प्रस्ताव सरकार को सौंपा गया है।
उन्होंने कहा कि फरहताबाद पुलिस थाने में कैदी सागर शिवप्पा, सुनील देवदास, नागेश करबसप्पा, विचाराधीन कैदी विशाल, जुल्फिकार, जमीर समेत अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
