केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सोमन्ना ने कहा
दावणगेरे. केंद्रीय रेल राज्य मंत्री वी. सोमन्ना ने कहा है कि रेलवे भर्ती बोर्ड की ओर से आयोजित सभी प्रतियोगी परीक्षाओं को आगामी दिनों में अनिवार्य रूप से कन्नड़ में भी लिखने की अनुमति दी जाएगी।
शहर में प्रगति समीक्षा बैठक में को संबोधित करते हुए सोमन्ना ने कहा कि कन्नड़ में परीक्षा लिखने की अनुमति देने की 40 साल से मांग थी। इस साल कन्नड़ में परीक्षा लिखने की अनुमति दी गई। इसे अनिवार्य करने की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही राज्य में कार्यरत रेलवे विभाग के सभी अधिकारियों को तीन महीने के भीतर कन्नड़ सीखनी चाहिए। 16 हजार कर्मचारियों की भर्ती की गई है, और 30 हजार कर्मचारियों को भर्ती करने की मांग की गई है। कन्नडिग़ाओं को इसका फायदा उठाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उत्तर भारत और दक्षिण के पड़ोसी राज्यों की तुलना में राज्य में रेल विभाग में अपेक्षित काम नहीं हुआ है। विभिन्न कारणों से कई वर्षों से लंबित 43 हजार करोड़ रुपए की 21 परियोजनाओं को दिसंबर 2026 तक पूरा कर जनवरी 2027 तक उद्घाटन करने के संकल्प के साथ कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार रेलवे परियोजनाओं के लिए आवश्यक देगी तो पर्याप्त है। हम खुद (रेलवे विभाग) 100 फीसदी पूंजी निवेश कर राज्य के लिए कुछ भी करेंगे। परियोजना के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण के संबंध में जिलाधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
भाजपा नहीं, मोदी सरकार!
प्रगति समीक्षा बैठक में अधिकारियों को संबोधित करते हुए मंत्री वी. सोमन्ना ने कहा कि पहले आपके विभाग के खाते में 5000 रुपए नहीं आ रहे थे। अब कितने हजार करोड़ रुपए आ रहे हैं क्या आप जानते हैं? इतनी बड़ी रकम किस सरकार से आ रही है क्या आपको पता है? इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जब अधिकारी ने कहा कि भाजपा की सरकार से तो मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार नहीं। यह मोदी सरकार से आ रहा है। उसकी वजह से रेल विभाग को काफी धन मिल रहा है। देश के विभिन्न राज्यों में घूमने के बाद मुझे विभाग का महत्व पता चला है। अपने कार्यकाल में कुछ खास हासिल करने के लिए 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से जा रहा हूं परन्तु ऐसा नहीं हो रहा है।