हुब्बल्ली/बाड़मेर. श्री जैन श्वेताम्बर संघ हुब्बल्ली एवं दादावाड़ी ट्रस्ट बाड़मेर के तत्वावधान में चातुर्मासार्थ विराजित खरतरगच्छाधिपति आचार्य मणिप्रभसुरिश्वर आदि ठाणा का दर्शन-वंदन किया गया।
प्रवचन हॉल में आयोजित धर्मसभा में आचार्य ने समय के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि धन लौट सकता है, परंतु बीते हुए पल वापस नहीं आते। अत: जीवन के प्रत्येक क्षण को सत्कार्य में लगाकर जीवन को सार्थक बनाना चाहिए।
इस अवसर पर दादावाड़ी सचिव पुखराज कवाड ने कहा कि दक्षिण भारत में हुब्बल्ली दादावाड़ी अपनी व्यवस्थाओं के कारण विशेष पहचान रखती है। यहां प्रथम बार साध्वी सूर्यप्रभाश्री एवं पूर्णप्रभाश्री आदि ठाणा का चातुर्मास सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है। आज हम सभी खरतरगच्छ संघ से गुरुदेव का दर्शन-वंदन करने उनके चरणों में उपस्थित हुए हैं।
गुंटूर से पधारे सुखराज हुंडिया, अशोक हुंडिया, दलपत हुंडिया आदि सदस्यों ने खरतरगच्छ उपाश्रय निर्माण के लिए मुहूर्त लिया। दादावाड़ी ट्रस्ट अध्यक्ष रमेश बाफना ने गुरुदेव से 2027 के चातुर्मास के लिए विनती की।
इस अवसर पर संघ अहमदाबाद चातुर्मास के लिए विराजित साध्वी विमलप्रभाश्री आदि ठाणा भी साईबाग से बाड़मेर पहुंचकर दर्शन-वंदन में सम्मिलित हुए।
मणि वंदन यात्रा में लालचंद टिमरेचा, प्रकाश छाजेड़, पारसमल भंसाली, जवाहर छाजेड़, प्रकाश लुंकड़, मनोहर मालु, अशोक छाजेड़, लूणकरण वडेरा, लूणचंद कांकलिया, जामतराज रांका, मोहनलाल कांकरिया सहित अनेक श्रद्धालु सम्मिलित हुए।
