60 लाख रुपए की लागत से शुरू हुआ ‘ग्रामसौधा’ 6 साल बाद भी अपूर्ण
हूविनहडगली (विजयनगर). तालुक के मैलार गांव में वर्ष 2019 में शुरू किया गया ग्राम पंचायत ‘ग्रामसौधा’ भवन निर्माण कार्य आज भी अधूरा पड़ा है। लगभग 60 लाख रुपए की लागत से बनने वाली इस बहुउद्देशीय इमारत का निर्माण मनरेगा योजना, राजीव गांधी पंचायत सशक्तीकरण अभियान (आरजीपीएसए) और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अनुदान से होना था।
मनरेगा के लगभग 28 लाख रुपए खर्च कर केवल भूतल और प्रथम मंजिल तक का ढांचा तैयार किया गया है। लेकिन आरजीपीएसए और जनप्रतिनिधियों के अनुदान की राशि जारी न होने से काम पूरी तरह रुक गया है। मैलार जैसे प्रख्यात धार्मिक क्षेत्र में पंचायत कार्यालय अभी भी जर्जर और अस्थायी भवनों में चल रहा है, जिससे कर्मचारियों और ग्रामीणों को असुविधा झेलनी पड़ रही है।
2018 में तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ के.वी. राजेंद्र ने पंचायत भवन की खराब स्थिति देखकर मैलार और सोगी—दोनों स्थानों पर आधुनिक ग्रामसौधा निर्माण का प्रस्ताव रखा था। सोगी का भवन हाल ही में लोकार्पण हो चुका है, जबकि मैलार का ग्रामसौधा अनुदान की कमी से रुका हुआ है। फिलहाल पंचायत कार्यालय कला भवन में अस्थायी रूप से संचालित किया जा रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह क्षेत्र धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, इसलिए श्रद्धालु और ग्रामीण दोनों के लिए सुसज्जित पंचायत भवन अत्यंत आवश्यक है।
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से शेष अनुदान शीघ्र जारी कर निर्माण कार्य पूर्ण करने की मांग की है।
अनुदान जारी नहीं हुआ
ग्रामसौधा पूरा करने के लिए कई बार अनुरोध किया गया है, परन्तु अब तक अनुदान जारी नहीं हुआ।
–जानकम्मा तलवार, अध्यक्ष, ग्राम पंचायत, मैलार
आरजीपीएसए से अनुदान की मांग
मनरेगा अनुदान का इस्तेमाल कर भवन निर्माण किया गया है। बचे हुए कार्य के लिए आरजीपीएसए से अनुदान मांगते हुए पत्र भेजा गया है।
–जी. परमेश्वर, ईओ, तालुक पंचायत

