जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने की अपील
हुब्बल्ली. जिलाधिकारी दिव्य प्रभु जीआरजे ने कहा कि राष्ट्रीय शहरी आजीविका परियोजना के तहत शुरू किया गया शहरी निराश्रित केंद्र, बेघरों, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब लोगों को अस्थायी आवास प्रदान करता है, जो काम के लिए शहर आते हैं। इसका लाभ उठाना चाहिए।
वे होसूर आवासीय क्षेत्र में हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम की ओर से संचालित नवजीवन शहरी निराश्रित केंद्र का दौरा कर निरीक्षण करने के बाद बोल रहीं थी।
उन्होंने कहा कि यह केंद्र 25 पुरुषों और 25 महिलाओं को नि:शुल्क आवास उपलब्ध कराने के उद्देश्य से संचालित हो रहा है। भिखारियों और व्यसनियों को यहां आने की अनुमति नहीं है। कोई भी व्यक्ति हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम के नियंत्रण कक्ष पर फोन करके आवास व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने केंद्र के अंदर छात्रावास, शौचालय, पानी और अन्य सुविधाओं को देखा और सराहना व्यक्त की।
इस अवसर पर हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम आयुक्त रुद्रेश घाली, परियोजना निदेशक अजीज देसाई, जिला कौशल विकास अधिकारी रवींद्र द्याबेरी, सहायक आयुक्त अरविंद जमखंडी, मल्लिकार्जुन और हुब्बल्ली शहर तहसीलदार कलगौड़ा पाटिल आदि उपस्थित थे।