करोड़ों रुपए अनुदान खर्च करने पर भी जनता को नहीं मिल रहा लाभ
चिक्कोडी (बेलगावी). शहर में निर्मित कृषि विभाग कार्यालय, अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय, सार्वजनिक पुस्तकालय, इंदिरा कैंटीन, मातृ एवं शिशु अस्पताल और केंद्रीय विद्यालय सहित कई विकास कार्य पूरे हो चुके हैं, परन्तु अभी तक उनका उद्घाटन नहीं हुआ है।
कुछ इमारतें जहां चार महीने पहले बनकर तैयार हुईं, वहीं कई भवन सालों पहले पूरे हुए परन्तु आज तक औपचारिक लोकार्पण का इंतजार कर रहे हैं।
जनता के लिए शुरू नहीं किए
1.75 करोड़ रुपए की लागत से तालुक सहायक कृषि निदेशक कार्यालय, 5.70 करोड़ रुपए में अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय, 40 लाख रुपए की लागत से सार्वजनिक पुस्तकालय, 20 करोड़ रुपए में मातृ एवं शिशु अस्पताल, 27.20 करोड़ रुपए में सदलगा में केंद्रीय विद्यालय, इसके अलावा, चिक्कोडी शहर में हेस्कॉम कार्यालय के सामने और बीईओ कार्यालय परिसर में दो अलग-अलग इंदिरा कैंटीन भवन भी तैयार हो चुके हैं, परन्तु जनता के लिए शुरू नहीं किए गए हैं।
स्थानांतरण पूरी तरह से नहीं हुआ
स्थानीय लोगों के अनुसार, 2.50 करोड़ रुपए की लागत से बना चिक्कोडी नगरपालिका भवन 6 साल तक खाली पड़ा रहा। विधायक गणेश हुकेरी ने इसे 28 मार्च 2025 को लोकार्पित किया। फिर भी, अब तक पुराने भवन से नए भवन में प्रशासनिक स्थानांतरण पूरी तरह से नहीं हुआ है।
आधे में रुका देवराज अरसु भवन
2013 में इंदिरा नगर गेट के पास हिंदी वर्ग कल्याण विभाग की ओर से 1.17 करोड़ रुपए की लागत से देवराज अरसु भवन का निर्माण शुरू हुआ था परन्तु अनुदान की कमी से काम आधा ही रह गया और पिछले 12 सालों से अधूरा पड़ा है। इससे जनता में नाराजगी है।
शीघ्र उद्घाटन कराया जाएगा
भवनों को विभिन्न विभागों के अनुदान से बनाया गया है। संबंधित मंत्रियों से चर्चा कर शीघ्र उद्घाटन कराया जाएगा।
–गणेश हुकेरी, विधायक, चिक्कोडी-सदलगा
जनता को समर्पित की जाएंगी
शहर में बनी दोनों इंदिरा कैंटीन जल्द ही स्थानीय विधायक की अनुमति के बाद जनता को समर्पित की जाएंगी।
–जगदीश ईटी, मुख्याधिकारी, नगर पालिका, चिक्कोडी
