हुब्बल्ली में गंभीर होती जा रही यातायात की समस्या
नागरिकों के लिए बनी सहनशक्ति की परीक्षा
हुब्बल्ली. राज्य की वाणिज्यिक राजधानी के रूप में प्रसिद्ध हुब्बल्ली शहर में दिनों-दिन यातायात की समस्या गंभीर होती जा रही है। नागरिकों के लिए यह एक सहनशक्ति की परीक्षा बन गई है।
शहर में रोजाना भारी संख्या में बसें और अन्य वाहन चलते हैं। बाहर के जिलों से भी वाहन आते हैं, जिससे शहर “यातायात सागर” में बदल चुका है।
सुबह दफ्तर और स्कूल समय तथा शाम के घंटों में भीड़ सामान्य है, परन्तु अब पूरे दिन ही कई सडक़ों पर जाम लगा रहता है।
शहर में निरंतर विकास कार्य चलते रहेे हैं, जो अक्सर तय समय पर पूरे नहीं हो रहे हैं। खराब ट्रैफिक सिग्नल, नियमों का उल्लंघन, तंग सडक़ें-ये सभी जाम के प्रमुख कारण हैं।
फ्लाईओवर के काम के चलते कई स्थानों पर मार्गों को बदला गया है, जिससे जाम और बढ़ा है।
“ट्रैफिक आइलैंड” बन गया
चन्नम्मा सर्कल शहर का केंद्र है, जो धारवाड़, कारवार, बेंगलूरु, विजयपुर, गदग आदि को जोड़ता है। यहां वाहनों की संख्या सबसे अधिक रहती है। इसके चलते यह क्षेत्र लगभग “ट्रैफिक आइलैंड” बन गया है।
असहनीय बना यातायात
अब इस सर्कल को पार करने में पहले से तीन गुना अधिक समय लग रहा है। धुआं, हॉर्न, धूल या बारिश का कीचड़ — सब मिलकर यातायात को असहनीय बना रहे हैं।
कब छुटकारा मिलेगा पता नहीं
ऑटो रिक्शा चालक इरफान बडेसाब का कहना है कि यात्री जल्दी पहुंचने के लिए ऑटो रिक्शा पकते हैं, लेकिन टै्रफिक जाम के कारण आगे नहीं निकलने की स्थिति बन जाती है। कुछ भी करना हमारे बस में नहीं। हमें समस्या से कब छुटकारा मिलेगा पता नहीं है।
दुर्घटना का डर
बस चालक का कहना है कि ऑटो रिक्शा वाले बेतरतीब गाड़ी चलाते हैं, जिससे हर समय दुर्घटना का डर रहता है।
पुलिस कर्मियों की कमी
यातायात विभाग के डीसीपी रविश सी.आर. का कहना है कि “बेतरतीब ड्राइविंग, गलत जगह पार्किंग, नियमों की अनदेखी, और हर साल हजारों नए वाहन तो पंजीकृत होते हैं, परन्तु सडक़ें वैसी की वैसी हैं। सडक़ की क्षमता से अधिक वाहनों के सडक़ पर उतरने पर ट्रैफिक जाम होना ही है। दैनिक यातायात बढ़ता ही जा रहा है, ट्रैफिक नियंत्रण भी सही ढंग से नहीं हो रहा, साथ ही पुलिस कर्मियों की भी कमी है।
उन्होंने कहा कि जब तक नागरिकों में नियम पालन की चेतना नहीं आएगी, तब तक कोई भी कानून इस समस्या को सुलझा नहीं सकता।
कोई समाधान नहीं हुआ
नगर निवासी उप्पूर अनंतराज मेलांट ने कहा कि हमने कई बार अधिकारियों का ध्यान इस ओर खींचा, परन्तु कोई समाधान नहीं हुआ।
सबसे अधिक जाम वाली सडक़ें
नीलिजिन रोड, बंकापुर चौक, कारवार रोड, भारत मिल से होसूर चौराहे को जोडऩे वाली सडक़, गब्बूर रोड, विजयपुर रोड, गदग रोड, इंडी पंप, देसाई चौक (देशपांडे नगर), धारवाड़ रोड।