जी. कुमार नायक ने दिए निर्देश
रायचूर. जिला विकास समन्वय एवं पर्यवेक्षण समिति के अध्यक्ष एवं सांसद जी. कुमार नायक ने अधिकारियों को लोगों की जान की परवाह करने तथा हर परियोजना को साफ-सुथरे तरीके से क्रियान्वित करने की सलाह दी, ताकि यह अन्य जिलों के लिए आदर्श बन सके।
रायचूर में जिला विकास समन्वय एवं पर्यवेक्षण समिति (दिशा) की बैठक की अध्यक्षता कर कुमार नायक ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों को पर्याप्त सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि जिले के किसी भी हिस्से में गर्भवती महिलाओं की मौत का कोई मामला सामने न आए।
सांसद ने सख्त निर्देश दिए कि जिले के सभी अस्पतालों में महिलाओं और बच्चों को समय पर उपचार मिले तथा शिशु एवं मातृ मृत्यु दर को शून्य करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बाल विवाह की प्रथा प्रतिबंधित है परन्तु ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह के मामले सामने आने पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। इसे बढ़ावा देने वालों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। ग्रामीण जनता में बढ़ रहे उच्च रक्तचाप और बीपी के मामलों पर ग्राम स्तर के चिकित्सा अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए और इनकी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से उठाए गए कदमों की रिपोर्ट देनी चाहिए। सांसद ने अधिकारियों को जिले के सभी अस्पतालों में आम लोगों को उपचार सुविधाएं उपलब्ध कराने पर अधिक ध्यान देने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि रायचूर जिले में कृषि विभाग किसानों को समय पर गुणवत्तापूर्ण बीज और खाद उपलब्ध कराए और किसानों को उचित जानकारी देनी चाहिए।
जिला बागवानी अधिकारियों के प्रदर्शन पर असंतोष व्यक्त करते हुए सांसद ने कहा कि बागवानी उत्पादकों को बागबानी के विभिन्न नस्लों के बारे में जानकारी देनी चाहिए और पर्याप्त सब्सिडी प्रदान करनी चाहिए। जिले में आम उत्पादकों की पहचान कर उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए।
बैठक में मौजूद मंत्री एन.एस. बोसराजू ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में हर जगह बारिश हो रही है। किसानों को समय पर अच्छी गुणवत्ता वाले बीज और खाद मिल सकें इसकी तैयारी करनी चाहिए।
बैठक में मानवी विधायक हम्पय्या नायक, विधान परिषद सदस्य ए. वसंतकुमार, जिलाधिकारी नीतीश के., जिला पुलिस अधीक्षक पुट्टमादय्या, जिला पंचायत सीईओ राहुल तुकाराम पांडवे, दिशा समिति के सदस्य और विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।