बल्लारी. काफी लंबे इंतजार के बाद बल्लारी की अत्याधुनिक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ने आखिरकार बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) की सेवाएं शुरू कर दी हैं।
अस्पताल के निदेशक डॉ. टी. गंगाधर गौड़ा ने बताया कि ओपीडी के साथ-साथ आपातकालीन स्थिति में तत्काल इलाज की अस्थायी व्यवस्था भी की गई है। अस्पताल प्रशासन ने स्पष्ट किया कि चिकित्सकीय कर्मचारियों की कोई कमी नहीं है। डी-ग्रुप कर्मचारी और नर्सिंग कर्मचारियों की मंजूरी मिल चुकी है तथा उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है।
उन्होंने बताया कि इससे पहले गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए बल्लारी और आसपास के लोगों को बेंगलूरु या हैदराबाद जाना पड़ता था। इसी समस्या को हल करने के लिए 120 करोड़ रुपए की लागत से 455 बिस्तरों वाला यह सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाया गया है।
डॉ. टी. गंगाधर गौड़ा ने बताया कि यहां न्यूरोलॉजी, मेडिकल गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी, सर्जिकल गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी, एंडोक्राइनोलॉजी, पीडियाट्रिक सर्जरी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, कार्डियोलॉजी, यूरोलॉजी और नेफ्रोलॉजी जैसी जटिल बीमारियों के इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। हृदय रोगों के उपचार के लिए कैथ लैब भी तैयार की गई है। वर्तमान में रोजाना लगभग 300 बाह्य रोगियों की जांच का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने बताया कि अस्पताल को पूरी तरह कार्यरत होने में अभी तीन महीने का समय लगेगा। अभी केवल ओपीडी की शुरुआत की गई है और धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से सभी विभाग शुरू किए जाएंगे।
