जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने दी जानकारी
हुब्बल्ली. डॉ. मल्लिकार्जुन मन्सूर राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट की अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने कहा कि धन की कमी के कारण बंद पड़े प्रसिद्ध हिंदुस्तानी गायक डॉ. मल्लिकार्जुन मन्सूर संगीत विद्यालय को जून में फिर से शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
वे शहर के जिलाधिकारी कार्यालय सभागार में आयोजित ट्रस्ट कार्यकारी समिति की बैठक की अध्यक्षता कर बोल रहीं थी।
उन्होंने कहा कि डॉ. मन्सूर के नाम पर खोला गया संगीत विद्यालय विभिन्न कारणों से बंद हो गया है परन्तु अब जून में पुन: आरंभ करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। इससे युवा प्रतिभाओं को अवसर मिलेंगे और हिंदुस्तानी संगीत परंपरा को बढ़ावा मिलेगा।
दिव्य प्रभु ने कहा कि संगीत और साहित्य के लिए धारवाड़ में स्थित ऐतिहासिक महत्व और अवसर अन्य जिलों की तुलना में कम हैं। डॉ. मल्लिकार्जुन मन्सूर के नाम पर पुरस्कार, मुख्य संगीत समारोह आयोजित करने के लिए कार्ययोजना तैयार करनी चाहिए। मन्सूर ट्रस्ट हिंदुस्तानी संगीत की परंपरा को जारी रखने के लिए सक्रिय गतिविधियां आयोजित करेगा।
इस अवसर पर 2024-25 की कार्ययोजना सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर मंजूरी दी गई। कन्नड़ एवं संस्कृति विभाग के सहायक निदेशक कुमार बेक्केरी ने स्वागत कर विषय प्रस्तुत किया। ट्रस्ट के सदस्य पद्मश्री एम. वेंकटेश कुमार, डॉ. दिलीप देशपांडे, शंकर कुम्बी, अक्कमहादेवी अलूर ने विचार व्यक्त कर सलाह और निर्देश दिए।
बैठक में नामित सरकारी विभागों की ओर से पुलिस अधिकारी प्रमोद एलीगार, सहायक सूचना अधिकारी डॉ. सुरेश हिरेमठ और सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंताओं ने भाग लिया था।
जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने कहा कि कुछ कारणों से स्थगित डॉ. मल्लिकार्जुन मन्सूर राष्ट्रीय पुरस्कार और राष्ट्रीय युवा पुरस्कार समारोह 10 मार्च को आयोजित किया जाएगा। शीघ्र जिले के सभी सरकारी ट्रस्टों की बैठक आयोजित कर ट्रस्टों की मंशा के अनुरूप रचनात्मक कार्यक्रम आयोजित करने की कार्ययोजना बनाई जाएगी।