कार्य पूरा होने के दो साल बाद भी आवासीय विद्यालय का उद्घाटन नहींजमखंडी तालुक के कोन्नूर गांव के मड्डी प्लॉट में निर्मित डॉ. बी.आर. अंबेडकर बालिका आवासीय विद्यालय।

8 एकड़ में 21 करोड़ रुपए की लागत से सर्वसुविधायुक्त आवासीय विद्यालय भवन का निर्माण

किराए के भवन में चलाया जा रहा आवासीय विद्यालय

बागलकोट. जमखंडी तालुक के कोन्नूर गांव के मड्डी प्लॉट में कर्नाटक आवासीय शैक्षणिक संस्थान संघ, बेंगलूरु की ओर से निर्मित डॉ. बी.आर. अंबेडकर बालिका आवासीय विद्यालय के नए भवन का कार्य पूरा होने के दो साल बाद भी उद्घाटन नहीं हुआ है।

भवन का शिलान्यास समारोह 2020 में किया गया था। यह भवन 2023 में पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है। 2023 में उद्घाटन के लिए एक निमंत्रण पत्र तैयार किया था परन्तु विधानसभा चुनाव आचार संहिता के कारण उद्घाटन समारोह रद्द किया गया था। चुनाव समाप्त हुए दो साल बीत चुके हैं, परन्तु अबतक बच्चों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई है।

21 करोड़ रुपए की लागत से बना आवासीय विद्यालय भवन

लगभग 8 एकड़ क्षेत्र में 21 करोड़ रुपए की लागत से पृथक छात्रावास, शिक्षकों और वार्डन के लिए आवासीय भवन, अलग रसोईघर और स्कूल कक्षाएं संचालित करने के लिए कमरे समेत सर्वसुविधायुक्त डॉ. बी.आर. अंबेडकर बालिका आवासीय विद्यालय भवन का निर्माण किया गया है।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित हो रहे बच्चे

एक शिक्षक ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के 250 से अधिक विद्यार्थी कक्षा 6 से कक्षा 10 तक अध्ययन कर रहे हैं। जामखंडी नगर में पूर्ण सुविधायुक्त भवन का उद्घाटन न होने के कारण आवासीय विद्यालय किराए के भवन में चलाया जा रहा है परन्तु किराए के भवन में कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। कक्षा में सभी छात्रों के बैठने के लिए पर्याप्त कमरे नहीं हैं। टिन की शीट की छत वाले कमरे में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। आवश्यक सुविधाओं के अभाव में बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित हो रहे हैं।

स्कूल परिसर में उगा कूड़ा-कचरा

पूरा काम पूरा हुए दो साल बीत चुके हैं, परन्तु स्कूल परिसर में कूड़ा-कचरा उगा है। स्थानीय लोग बकरियों और मवेशियों को स्कूल परिसर में चरने के लिए छोड़ रहे हैं, जिससे स्कूल की सडक़ें और मैदान कचरे से अटा पड़ा है।

गरीब छात्रों को मिले इसका लाभ

अभिभावक अविनाश ने कहा कि सरकार ने कई सुविधाएं प्रदान की हैं, परन्तु प्रशासन उन्हें पात्र लोगों तक पहुंचाने का अपना काम नहीं कर रहा है। अधिकारी बच्चों की शिक्षा की पूरी तरह उपेक्षा कर रहे हैं। अधिकारियों और स्थानीय प्रतिनिधियों की इच्छाशक्ति की कमी के कारण निर्मित स्कूल भवन का उद्घाटन नहीं हो पा रहा है। इसका तुरंत उद्घाटन करना चाहिए और गरीब छात्रों को इसका लाभ मिलना चाहिए।

दो माह में उद्घाटन करने का आश्वासन

आवासीय विद्यालय भवन का निर्माण पूरा हो चुका है, परन्तु यह हमें सौंपा नहीं गया है। इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों के ध्यान में लाया गया है। दो माह में इसका उद्घाटन करने का आश्वासन दिया है।
शशिधर कडेबागिलु, हेडमास्टर

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