हुब्बल्ली. समाज सेवी सोहनलाल कोठारी ने कहा कि मानव सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है। हमारे परिवार को यह नेक कार्य करने का अवसर मिला है। मैं अपने आप को बहुत सौभाग्यशाली मानता हूं।
वे शहर के किम्स स्थित शिशु चिकित्सा सेवा केंद्र के 2500 वर्ग फिट के संपूर्ण वातानुकूलित निर्माणाधीन भवन के दानदाता रेशमीदेवी सोहनलाल कोठारी की ओर से निर्मित मानव सेवा केंद्र के वार्ड नंबर 103 के डेढ़ साल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रेशमी देवी कोठारी की स्मृति में कोठारी परिवार की ओर से डॉक्टर और मरीजों के उपयोगी घरेलू सामान 130 किट बांटे कर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि भगवान ने हमें मानव सेवा के लिए धरती पर भेजा है। कर्नाटक की इस पुण्य धरा पर शहर स्थित किम्स में शिशु चिकित्सा मानव सेवा केंद्र में जरूरतमंदों के लिए हमारे परिवार की ओर से यह पुण्य कार्य हो रहा है। डॉक्टर नर्स एवं कर्मचारी समेत सभी के सहयोग से यह कार्य सफल हो रहा हैं। इसके लिए वे हमेशा सभी के आभारी रहेंगे।
कोठारी ने कहा चौरासी लाख योनि पार करने के बाद हमें मनुष्य जीवन मिला है। मनुष्य धरती पर खाली हाथ आया है। और खाली हाथ जाएगा, हमारा जन्म हुआ तो मृत्यु भी निश्चित है। यह हम सबको पता है। सिर्फ पुण्य और नेक कार्य ही हमारे साथ चलेंगे। हर मनुष्य को जितना हो सके मानव सेवा, और नेक कार्य करते रहना चाहिए। भगवान को तो हमने किसी ने देखा नहीं है। हमारे घर में हमारे मां बाप ही ईश्वर का दूसरा रूप है। हमें हमेशा बड़े बुजुर्गो की एवं मां-बाप की सेवा करनी चाहिए। छोटे हो या बड़े सभी के साथ आदर और सम्मान के साथ रहना चाहिए। हमारे भीतर अच्छे संस्कार होंगे तो हमारे बच्चों में भी अच्छे संस्कार आएंगे। आने वाली भावी पीढ़ी संस्कारी होगी। हमें दुर्लभ से मनुष्य जीवन मिला है। इसका सदैव सदुपयोग करना चाहिए।
इस अवसर पर किम्स के निदेशक डॉ. एफएस कम्मार, शिशु चिकित्सक डॉ. विनोद रटगेरी, डॉ. मारतप्पा, जैन समाज के केवल लुंकड, सुरेश भूरट, सोहनलाल कोठारी के पौत्र मनीष एवं उनकी पौत्र वधू, नर्स एवं शिशु चिकित्सा केंद्र के कर्मचारी उपस्थित थे।