2 करोड़ रुपए खर्च
4 साल बाद भी पूरा नहीं हुआ कार्य
तीन मंजिला भवन, मुख्य द्वार और कम्पाउंड अधूरे
स्थानीय श्रमिकों में गहरा असंतोष
सिरसी. गांधी नगर क्षेत्र में 2 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन श्रमिक भवन का काम चार साल बीत जाने के बाद भी उद्घाटन तक नहीं पहुंच पाया है। इससे स्थानीय श्रमिकों में गहरा असंतोष व्याप्त है।
यह भवन पूर्व सरकार के दौरान श्रम मंत्री शिवराम हेब्बार के कार्यकाल में सिरसी, यल्लापूर और मुंडगोड तालुक के लिए मंजूर किया गया था। फरवरी 2022 में निर्माण कार्य शुरू हुआ था। निर्माण की जिम्मेदारी निर्मिती केंद्र ने संभाली थी।
अधूरा निर्माण और समस्याएं
श्रमिक नेता उमेश नायक ने आरोप लगाया कि तीन मंजिला भवन का निर्माण लगभग 90 फीसदी पूरा हो चुका है। केवल मुख्य द्वार, परिसर और कुछ अन्य कार्य अधूरे हैं। कार्य न होने के कारण भवन के द्वार पर लाल पत्थर रखकर बंद किया गया है। वर्षों से कार्य चल रहा है इसके बाद भी कार्य पूरा नहीं हुआ है। अगर भवन खुल जाता तो स्थानीय 7,000 पंजीकृत श्रमिक कार्यक्रम और बैठकें आयोजित कर सकते थे। अब उन्हें महंगे किराए पर हॉल लेना पड़ रहा है।
श्रमिकों की मांग
श्रमिकों का कहना है कि 2025 की शुरुआत में भवन का काम आंशिक रूप से पूरा हो चुका था। जब से कम्पाउंड निर्माण की जमीन संबंधी समस्या सामने आई है, तब से सर्वे कार्य लंबित है। सिर्फ इसी कारण उद्घाटन रोका गया है। जल्द से जल्द सर्वे पूरा कर भवन का उपयोग श्रमिकों के लिए उपलब्ध कराना चाहिए।
सर्वे कार्य नहीं हुआ
भवन का काम लगभग पूरा हो चुका है। लगभग आठ महीने पहले रंगाई पुताई की गई है। विद्युत कनेक्शन की व्यवस्था भी हो गई है। परिसर निर्माण में पड़ोसी भूमि से संबंधित विवाद है। इसे सुलझाने के लिए राजस्व विभाग ने सर्वे के लिए अनुरोध किया है, परन्तु अभी तक कोई सर्वे कार्य नहीं हुआ है। कम्पाउंड निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध होते ही निर्माण कर भवन का उद्घाटन किया जाएगा।
-कुमार शेट्टी, इंजीनियर, निर्मिती केंद्र
