बल्लारी. शहर में साध्वी मंगलज्योति आदि ठाणा 5 के सान्निध्य में आध्यात्मिक रक्षाबंधन का आयोजन किया गया था।
इस अवसर पर जीवन रक्षा और गुण रक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला गया। बताया गया कि राखी का “ई” ईबादत और इज्जत का प्रतीक है, और इसके बिना राखी मात्र राख रह जाती है।
इसी क्रम में तपस्विनी जयन्ति बेन रुपचंद पारख ने 32 प्रत्याख्यान लिए। तप की अनुमोदना में श्रावक-श्राविकाओं ने भावपूर्ण प्रस्तुतियां देकर श्रद्धा व्यक्त की।