विधायक अब्बय्या ने अधिकारियों को दी चेतावनी
हुब्बल्ली. कर्नाटक स्लम विकास बोर्ड के अध्यक्ष, हुब्बल्ली-धारवाड़ पूर्व निर्वाचन क्षेत्र के विधायक प्रसाद अब्बय्या ने कहा कि सरकार के पास अनुदान की कोई कमी नहीं है। अधिकारियों को लोगों को सुविधाएं मुहैया कराना चाहिए। विशेषकर स्लम क्षेत्रों में सुविधाओं की कोई कमी न हो इस पर ध्यान देना चाहिए। लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश की जाएगी।
अब्बय्या शहर स्थित अपने गृह कार्यालय में हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम आयुक्त की उपस्थिति में आयोजित विभिन्न विभागों की प्रगति समीक्षा बैठक में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि सूचना है कि 24 फरवरी को मुख्यमंत्री सिध्दरामय्या आश्रय गृहों का उद्घाटन करेंगे। शहर के मंटूर रोड पर बन रहे आश्रय घरों का काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है। कई बार नोटिस देने के बावजूद अधिकारियों और ठेकेदारों की लापरवाही के कारण काम में देरी हो रही है। अब और सहन नहीं किया जाएगा। ठेकेदारों को काली सूची में डालना चाहिए। अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
स्लम बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश देते हुए विधायक अब्बय्या ने कहा कि शीघ्र ही प्रथम चरण के 1300 आवासों का कार्य पूरा करना चाहिए। उन्हें सबसे पहली प्राथमिकता सडक़, बिजली कनेक्शन और पानी की आपूर्ति को देनी चाहिए। युध्द स्तर पर काम शुरू करने और लाभार्थियों को वितरण के लिए सुविधा उपलब्ध करनी चाहिए।
80 करोड़ रुपए अनुदान
उन्होंने कहा कि पूर्व विधानसभा क्षेत्र में भविष्य की योजना को ध्यान में रखते हुए जल निकासी की समस्या फिर से उत्पन्न न हो इसके लिए एक बड़ी परियोजना लागू करने की तैयारी में सरकार है। सरकार ने पूरे निर्वाचन क्षेत्र में जल निकासी व्यवस्था के लिए 80 करोड़ रुपए का अनुमानित अनुदान आवंटित किया है और जल्द ही निविदाएं बुलाई जाएंगी।
अब्बय्या ने कहा कि पूर्व में छोड़ गई पुरानी हुब्बल्ली दुर्गद बयलु बाजार विकास परियोजना को उसे फिर से शुरू किया जाएगा। वर्तमान कार्ययोजना तैयार कर सरकार को प्रस्ताव सौंपा जाएगा। 20 करोड़ रुपए की लागत से हाईटेक मार्केट का निर्माण किया जाएगा।
एलएंडटी कर्मचारियों की सेवा असंतोष
प्रसाद अब्बय्या ने नगर निगम आयुक्त से कहा कि जलापूर्ति प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालने वाली एलएंडटी कंपनी के कर्मचारियों ने शहर के लोगों का चैन छीन लिया है। पर्याप्त पानी आपूर्ति करने के लिए दर्जनों बार कहने के बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ है। हमारे क्षेत्र में उनकी सेवा संतोषजनक नहीं है। इस बारे में तुरंत उच्च अधिकारियों को शिकायत दर्ज करा कर उन्हें दूसरी जगह तबादला करने के लिए कदम उठाना चाहिए।
बैठक में महानगर निगम आयुक्त डॉ. ईश्वर उल्लागड्डी, नगर निगम अधीक्षक अभियंता तिम्मप्पा, हेस्कॉम अधीक्षक अभियंता एस.एस. जंगीन, नगर निगम जोनल आयुक्त, विभिन्न विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।