दपरे ने मनाया 76वां गणतंत्र दिवसहुब्बल्ली के रेलवे इंस्टीट्यूट साउथ ग्राउंड में दक्षिण पश्चिम रेलवे की ओर से आयोजित गणतंत्र दिवस परेड का निरीक्षण करते दपरे के महाप्रबंधक अरविंद श्रीवास्तव।

दपरे के महाप्रबंधक अरविंद श्रीवास्तव ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज
वर्ष 2024-25 के प्रथम नौ माह में दपरे की उपलब्धियों पर डाल प्रकाश
हुब्बल्ली. दक्षिण पश्चिम रेलवे (दपरे) ने 76वां गणतंत्र दिवस रेलवे इंस्टीट्यूट साउथ ग्राउंड, हुब्बल्ली में मनाया। दपरे के महाप्रबंधक अरविंद श्रीवास्तव ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड का निरीक्षण कर परेड की सलामी ली।
अरविंद श्रीवास्तव ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के प्रथम नौ माह में दक्षिण पश्चिम रेलवे की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस अवधि के दौरान दक्षिण पश्चिम रेलवे ने कुल 6,001 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया है। यात्री राजस्व 2,354.21 करोड़ रुपए रहा, जो 1.58 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। माल ढुलाई राजस्व 3,264.76 करोड़ रुपए रहा, जबकि पार्सल राजस्व 7.41 प्रतिशत बढक़र 126.49 करोड़ रुपए हो गया। स्क्रैप की बिक्री में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो 95 करोड़ रुपए से बढक़र 148 करोड़ रुपए हो गई है।
उन्होंने कहा कि दपरे ने 32.38 मिलियन टन माल का सफलतापूर्वक लदान किया है। इसने खाद्यान्न में 464.3 प्रतिशत, खनिज तेल में 11.1 प्रतिशत, उर्वरकों में 9.7 प्रतिशत और कंटेनरीकृत कार्गो में 8.0 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है। ट्रेन परिचालन में प्रगति हुई है तथा इंटरचेंज दक्षता में 2.6 प्रतिशत का सुधार हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप प्रतिदिन औसतन 57.7 ट्रेनें सफलतापूर्वक संचालित की जा रही हैं।
श्रीवास्तव ने दक्षिण पश्चिम रेलवे की ओर से शुरू की गई प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कवच प्रणाली को 485 करोड़ रुपए की लागत से 1,568 रूट किमी पर स्थापित किया जा रहा है, तथा अन्य 2,148 रूट किमी को मंजूरी दी गई है। बेंगलूरु सेक्टर में 1,043.63 करोड़ रुपए की स्वचालित सिग्नलिंग और यार्ड रीडिज़ाइन परियोजनाओं का उद्देश्य सुरक्षा और परिचालन दक्षता को बढ़ाना है। 13.87 किलोमीटर लंबाई के दोहरीकरण तथा 7.3 किलोमीटर नए मार्गों के चालू होने से महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।
उन्होंने कहा कि 248 करोड़ रुपए की लागत से बेंगलूरु बाईपास मार्ग (6.14 किमी) को मंजूरी दी गई है, साथ ही 12 एफएलएस परियोजनाओं को भी मंजूरी दी गई है, जिनकी लंबाई 1,556 किमी होगी, जिसमें प्रमुख खंडों को दोहरी और चौगुनी (फोर) लेन बनाने की योजना भी शामिल है। 1,128 करोड़ रुपए की अतिरिक्त लागत पर 18 रोड ओवरब्रिज (आरओबी) और 12 रोड अंडरब्रिज (आरयूबी) को मंजूरी दी गई है। ट्रेन की गति बढ़ाने के लिए 200 ट्रैक किमी पर सेक्शनल गति 100 किमी से बढ़ाकर 110 किमी कर दी गई है और केएसआर बेंगलूरु-जोलारपेट्टई खंड को 130 किमी की गति से परिचालन के लिए मंजूरी दे दी गई है।
श्रीवास्तव ने कहा कि विद्युतीकरण प्रयासों ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। 30 रूट किमी का विद्युतीकरण किया गया है तथा दो नए ट्रैक्शन सबस्टेशन जोड़े गए हैं, जिससे कुल विद्युतीकृत नेटवर्क 3,256 रूट किमी हो गया है, जो कुल नेटवर्क का 88 प्रतिशत है। 128 जोड़ी ट्रेनों को इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन में परिवर्तित किया गया है, जिससे 170 करोड़ रुपए और 32 लाख लीटर डीजल की बचत हुई है। सौर ऊर्जा पहल के माध्यम से 382.65 किलोवाट बिजली चालू की गई है, जिससे कुल क्षमता 6.7 मेगावाट हो गई है, जिसके परिणामस्वरूप 2.81 करोड़ रुपए की बचत हुई है। 90 ट्रेनों में हेड-ऑन जनरेशन (एचओजी) के कार्यान्वयन से 124.62 लाख लीटर डीजल की बचत हुई है, जिसके परिणामस्वरूप लागत में 91.54 करोड़ रुपए की कमी आई है।
यात्री सेवाओं और समयपालन को बढ़ाने के लिए दक्षिण पश्चिम रेलवे की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए श्रीवास्तव ने कहा कि यह जोन प्रतिदिन 214 मेल/एक्सप्रेस और 174 पैसेंजर ट्रेनें चलाता है, जो 88.11 फीसदी की समयबद्धता के साथ भारतीय रेलवे में चौथे स्थान पर है। नई मेमु सेवा के साथ वंदे भारत ट्रेनों की दस जोड़ी शुरू की गई हैं। कुंभ मेला 2025 की मांगों को पूरा करने के लिए, दपरे ने नौ रेक और 1,799 अतिरिक्त कोच जोड़े हैं, जिससे 5.29 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। दिसंबर 2024 तक 451 विशेष रेलगाडिय़ां चलाई गईं, जिनसे 179.95 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ तथा 14 आस्था विशेष रेलगाडिय़ों से 2.27 करोड़ रुपए की आय प्राप्त हुई।
उन्होंने कहा कि रक्षा एवं संरक्षा संबंधी पहलों को प्राथमिकता दी गई है। “नन्हे फरिश्ते” कार्यक्रम के तहत 479 बच्चों को बचाया गया है, तथा “जीवन रक्षा” पहल के तहत चार यात्रियों को जीवित बचाया गया है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने 166 मामलों का पता लगाया, 170 अपराधियों पर मुकदमा चलाया और 14 लाख रुपए मूल्य के 568 लाइव टिकट जब्त किए। सुरक्षा बढ़ाने के लिए 218 स्टेशनों पर 3,000 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। अमृत भारत स्टेशन परियोजना के तहत 1,104 करोड़ रुपए की लागत से 53 स्टेशनों का पुनर्विकास और नवीनीकरण किया जा रहा है। रेलवे बोर्ड ने 40 स्टेशनों पर 88 लिफ्टों और 32 स्टेशनों पर 72 एस्केलेटरों को मंजूरी दी है। 222 करोड़ रुपए की लागत से केएसआर बेंगलूरु स्टेशन पर दो अतिरिक्त प्लेटफार्मों का निर्माण समेत यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए 425 करोड़ रुपए की परियोजनाएं मंजूर की गई हैं। देश की प्रगति में योगदान देने की खातिर बुनियादी ढांचे, सुरक्षा और यात्रियों के अनुभव को बढ़ाने के लिए दक्षिण पश्चिम रेलव हमेशा प्रतिबद्ध है।
गणतंत्र दिवस समारोह में डॉग शो, सांस्कृतिक कार्यक्रम और नागरिक सुरक्षा विभाग की ओर से आपदा प्रबंधन में रेलवे की तैयारियों को प्रदर्शित करने के लिए एक मॉक अभ्यास भी शामिल था।
इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक के.एस. जैन, हुब्बल्ली डीआरएम बेला मीना, अन्य विभागों के प्रमुख विभागाध्यक्ष तथा दक्षिण पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष नमिता श्रीवास्तव एवं अन्य उपस्थित थे।

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