हुब्बल्ली. दक्षिण पश्चिम रेलवे (दपरे) ने अप्रेल 2023 से जनवरी 2024 के दौरान माल और पार्सल परिवहन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है।
माल ढुलाई विभाग में पिछले माह जनवरी तक 40.96 मिलियन टन माल की ढुलाई हुई थी। पिछले वर्ष की तुलना में माल ढुलाई की मात्रा में 8.76 फीसदी की वृद्धि हुई है।
पिछले माह जनवरी में अधिकतम 4.82 मिलियन टन माल लोड किया गया था, जो मार्च 2023 माह में हुई लोडिंग के बाद सबसे अधिक लोडिंग माह है। 31 जनवरी को एक ही दिन में 3431 वैगनों की लोडिंग की गई, जिससे यह एक दिन की दूसरी सबसे बड़ी लोडिंग बन गई।
ऑटोमोबाइल कंपनियों के लिए पसंदीदा परिवहन
दक्षिण पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. मंजुनाथ कनमडी ने बताया कि यह ऑटोमोबाइल निर्माताओं के लिए पसंदीदा परिवहन विकल्प के तौर पर उभरा है, जनवरी 2024 तक 558 ऑटोमोबाइल रेक परिवहन हुआ है। पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में इसमें 37.1 फीसदी की वृद्धि हुई है। टीवीएस, किआ, मारुति सुजुकी, टाटा और टोयोटा जैसी ऑटोमोबाइल कंपनियों ने प्राथमिकता के आधार पर दक्षिण पश्चिम रेलवे माल विभाग का उपयोग किया है। पिछले जनवरी में 69 ऑटोमोबाइल रेक (बेंगलूरु-65 रेक, मैसूर-3 रेक, हुब्बल्ली-1 रेक) लोड किए गए हैं। इसमें लौह अयस्क, सीमेंट, स्टील, खनिज तेल, उर्वरक, आरएमएसपी, कोयला, खाद्यान्न, कंटेनर और विभिन्न अन्य वस्तुओं का परिवहन शामिल है। इन प्रयासों से पिछले जनवरी तक माल ढुलाई राजस्व बढकऱ 4055.32 करोड़ रुपए हो गया है। पिछले वर्ष की समान अवधि में अर्जित राजस्व की तुलना में 10.36 फीसदी की वृद्धि हुई है।
ग्राहकों की प्रतिक्रिया, अधिकारी, कर्मचारी वर्ग का कार्य सराहनीय
दक्षिण पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक संजीव किशोर ने बताया कि मौजूदा ग्राहकों को बनाए रखने और नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए व्यापारियों, किसानों और विनिर्माण कंपनियों की उम्मीद के पूरक तौर पर कार्य किया है। ग्राहक का हित पहली प्राथमिकता है। इस सकारात्मक दृष्टिकोण से ऑटोमोबाइल, लौह अयस्क की लोडिंग में वृद्धि हुई है। अधिकारियों और कर्मचारियों का इस दिशा में काम सराहनीय है। वे दक्षिण पश्चिम रेलवे माल विभाग की सेवाओं पर भरोसा रखकर सहयोग देने वाले माल ढुलाई और पार्सल ग्राहकों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।