इस बार स्वतंत्रता दिवस पर छोटे स्तंभ पर ही ध्वजारोहण
होसपेट (विजयनगर). शहर के पुनीत राजकुमार जिला खेल मैदान के मध्य स्थित विशाल ध्वज स्तंभ में आई तकनीकी खराबी अब तक ठीक नहीं हो सकी है। इस कारण, इस बार स्वतंत्रता दिवस का ध्वजारोहण छोटे स्तंभ पर ही होना लगभग तय है।
यह विशाल स्तंभ 405 फीट ऊंचा है। इसके ऊपर लगी विद्युत लाइट अगर न जले तो हेलीकॉप्टर के टकराने का खतरा है। तब यह भी सामने आया था कि इस ध्वज स्तंभ का रखरखाव कौन करेगा, इस पर विवाद है। इसके बावजूद, लाइटें नहीं जलीं। शहर के डॉक्टर गुरुराज आचार ने शनिवार को वीडियो बनाकर वायरल करने के बाद नगर पालिका ने लाइट की मरम्मत का प्रयास शुरू किया।
भारी खर्च
बताया जा रहा है कि बड़े क्रेन का किराया 28 लाख रुपए है। नगर पालिका इतनी राशि अचानक खर्च नहीं कर सकती, इसके लिए सभी सदस्यों की सहमति जरूरी होगी। अगर 2-3 लाख में मरम्मत हो जाती तो नगर पालिका सीधे काम करवा सकती थी।
नगर पालिका के अधिकारी ने बताया कि लाइट के साथ ध्वज फहराने की केबल की भी मरम्मत करनी होगी, जिसमें समय लगेगा। इसी वजह से इस बार स्वतंत्रता दिवस पर विशाल ध्वज नहीं फहराया जाएगा।
चर्चा के बाद ही निर्णय लेना होगा
नगर पालिका आयुक्त ए. शिवकुमार ने बताया कि शनिवार को विशेषज्ञों ने नीचे से ही लाइट की मरम्मत संभव है या नहीं, इसका परीक्षण किया। यह संभव नहीं है, क्योंकि ऊपर की केबल टूटी हुई है। 405 फीट ऊंचा क्रेन लाकर ध्वजस्तंभ के शीर्ष पर जाकर मरम्मत करनी होगी। ध्वजस्तंभ की लाइट की मरम्मत जरूरी है। खर्च कम हुआ तो तुरंत करेंगे, ज्यादा हुआ तो सामान्य सभा में चर्चा के बाद ही निर्णय लेना होगा।
ब्लिंकिंग व्हाइट लाइट की तुरंत मरम्मत करें
समाज सेवक एवं जानेमाने चिकित्सक डॉ. गुरुराज आचार्य ने कहा कि जिंदल हवाई अड्डा यहां से लगभग 30 किमी दूर है। विमान, हेलीकॉप्टर या सिंगल इंजन विमान 600 फीट से कम ऊंचाई पर उड़ें तो स्तंभ दिखाई नहीं देता। घने बादल के समय ब्लिंकिंग लाइट दूर से दिखाई देती है और पायलट स्तंभ से बचकर निकल सकते हैं। अगर ध्वजस्तंभ की मरम्मत नहीं की गई तो घनी आबादी वाले इलाके में रहने वालों के लिए खतरा होगा। शीर्ष पर लगी नेविगेशन लाइट और ब्लिंकिंग व्हाइट लाइट की तुरंत मरम्मत करनी चाहिए।
