गांधीजी, अंबेडकर की स्मृति, संविधान की रक्षा करना सम्मेलन का मूल उद्देश्यहुब्बल्ली में पार्टी नेताओं के साथ सम्मेलन-पूर्व बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार।

डीसीएम डीके शिवकुमार ने कहा
हुब्बल्ली. उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि जय बापू, जय भीम, जय संविधान सम्मेलन गांधीजी और अंबेडकर की स्मृति में और संविधान की रक्षा के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।
हुब्बल्ली में पार्टी नेताओं के साथ सम्मेलन-पूर्व बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिवकुमार ने कहा कि हमारा जय बापू, जय भीम, जय संविधान सम्मेलन पूरे देश को एक बड़ा संदेश देने वाला सम्मेलन है। बेलगावी के माध्यम से देश को एक नया संदेश दिया जाएगा। गांधी का इतिहास कांग्रेस का इतिहास है, कांग्रेस का इतिहास देश का इतिहास है, कांग्रेस सत्ता में आती है तो सभी वर्ग सत्ता में आते हैं। हम देश के लिए गांधी का कार्यक्रम कर रहे हैं। देश को उनकी ओर से दिए गए आधार पर चर्चा हो रही है।

संविधान हम सभी के लिए पवित्र पुस्तक है
महात्मा गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व करते हुए सौ वर्ष हो गए हैं। 1924 में ही एकीकृत कर्नाटक के लिए मंच तैयार हो गया था। गंगाधर देशपांडे ने इसके लिए कड़ी मेहनत की। गांधीजी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद देश को आजादी मिली, लोकतांत्रिक व्यवस्था मिली, राष्ट्रीय ध्वज मिला और राष्ट्रगान मिला। हमें संविधान मिल गया है। इस संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था में हम विधायक, मंत्री और पंचायत सदस्य के रूप में चुने गए हैं। हमारा संविधान भगवत् गीता, कुरआन और बाइबल है। इसे संरक्षित और विकसित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने संविधान की रक्षा के उद्देश्य से देश को एक बड़ा संदेश देने के लिए इस कार्यक्रम की योजना बनाई है। हमने मंत्री एचके पाटिल को हमारी पार्टी के गांधी भारत कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने सरकार और पार्टी को कौन से कार्यक्रम चलाने चाहिए इस बारे में बताया है। हमने दिल्ली के नेताओं से चर्चा करने के बाद यह कार्यक्रम आयोजित किया है। एआईसीसी नेताओं ने इस सम्मेलन का नाम तय करने के लिए एच.के. पाटिल से सलाह मांगी है।
शिवकुमार ने कहा कि इस जिले के सभी नेता बहुत उत्साहपूर्वक यह संदेश गांवों तक पहुंचा रहे हैं। मैं उन्हें बधाई देता हूं। इसके अलावा राज्य में 100 कांग्रेस कार्यालय बनाने की तैयारी की जा रही है और यह कार्यक्रम फरवरी के दूसरे सप्ताह में आयोजित किया जाएगा। इसके लिए तैयारियां चल रही हैं।

इस क्षेत्र से 75 हजार लोग सम्मेलन में भाग लेंगे
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद पिछले वर्ष 27 दिसंबर को आयोजित इस कार्यक्रम को स्थगित किया गया था। वह कार्यक्रम अब इसी 21 जनवरी को आयोजित किया जाएगा। यह केपीसीसी की ओर से आयोजित किया जा रहा एआईसीसी कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम के लिए शनिवार को हमारे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के नेतृत्व में हुब्बल्ली, धारवाड़, गदग, हावेरी और कारवार जिलों के नेताओं के साथ प्रारंभिक बैठक हुई। कित्तूर कर्नाटक क्षेत्र से ही 75,000 लोगों को जुटाने का निर्णय लिया गया है। राज्य के अन्य भागों से प्रतीकात्मक रूप से लोग आ रहे हैं।
शिवकुमार ने कहा कि 21 जनवरी को सुबह 10 बजे सुवर्ण विधान सौधा में सरकारी कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा और केवल आमंत्रित लोगों को ही इस कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति होगी। बाद में पार्टी का कार्यक्रम होगा। पार्टी कार्यक्रम में सभी लोगों को शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।

भावी पीढ़ी के लिए संविधान की रक्षा
उन्होंने कहा कि भाजपा ने बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान किया है और यह सम्मेलन उनके सम्मान को बनाए रखने, संविधान की रक्षा करने और इसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए आयोजित किया जा रहा है। लोगों कों जुटाना हमारे लिए कोई बड़ी बात नहीं है। इस भाग से अधिक लोगों को शामिल होना चाहिए। हम कोई राजनीतिक बैठक नहीं कर रहे हैं। हम एक ऐतिहासिक बैठक कर रहे हैं। सौ साल पहले इस सत्र के लिए 80 एकड़ जमीन तैयार की गई थी और इसके लिए रेलवे स्टेशन शुरू किया गया था। राष्ट्रीय ध्वज को देश भर में तैयार नहीं किया जाता है। केवल इसी भूमि पर तैयार करते हैं। यह आपकी विरासत है। इस कार्यक्रम के लिए 50,000 गांधी टोपी और 1 लाख बैज बनाए गए हैं।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *