शिवमोग्गा. उप लोकायुक्त न्यायाधीश केएन फणीन्द्र ने बुधवार सुबह शिवमोग्गा शहर के विभिन्न स्थानों का औचक दौरा कर निरीक्षण किया। इस दौरान अव्यवस्था को देखकर उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने मामला दर्ज करने की चेतावनी दी।
सबसे पहले महात्मा गांधी पार्क का दौरा किया। वहां की अव्यवस्था देखकर वे नाराज हुए। इसके अलावा, वाकिंग के लिए आए नागरिकों ने भी उप लोकायुक्त के समक्ष कई समस्याएं बताई। उन्होंने नगर निगम आयुक्त को समय सीमा के भीतर पार्क में स्थित अव्यवस्था के समाधान के लिए कार्रवाई करना का निर्देश दिया।
उप लोकायुक्त ने कहा कि पार्क में पेयजल, शौचालय और स्वच्छता सहित आवश्यक बुनियादी सुविधाएं 20 दिनों के भीतर उपलब्ध करानी चाहिए। पौधों को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराना चाहिए। लोकायुक्त डीएसपी हर 15 दिन में दौरा कर निरीक्षण करेंगे।
उन्होंने चेतावनी दी है कि नगर निगम आयुक्त और कार्यकारी अभियंता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। पार्क की समस्याएं हल होने पर मामला वापस ले लिया जाएगा। अन्यथा कम से कम एक वर्ष तक मामला जारी रहेगा।
इसके बाद उन्होंने बीएच रोड स्थित इंदिरा कैंटीन का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि ग्राहकों की संख्या कम क्यों है। उन्होंने ग्राहकों से भोजन की गुणवत्ता के बारे में जानकारी प्राप्त की।
इसके बाद उन्होंने राजेंद्र नगर लेआउट से गुजरने वाली तुंगा नहर के सीवेज से भरे होने पर असंतोष व्यक्त किया। इसी दौरान उन्होंने पार्क का भी भ्रमण किया। वे वहां की अव्यवस्था को देखकर बहुत नाराज हुए। नागरिकों ने भी कई शिकायतें कीं।
उप लोकायुक्त ने नवूले झील की अव्यवस्था पर नाराजगी व्यक्त की। झील की देखभाल किस विभाग के पास है इस बारे में अधिकारियों को पता नहीं था। उन्होंने अधिकारियों से झील के जीर्णोद्धार के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया।
उप लोकायुक्त के अचानक दौरे से प्रशासन में भारी हडक़ंप मच गया। इसी तरह कई तरह की अव्यवस्थाएं और खामियां सामने आई हैं। जनता का काम क्या है यह भूल गए अक्षम अधिकारियों में दहशत पैदा हो गई है।