मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने कहा
हुब्बल्ली. मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने कहा कि झूठा मामला दर्ज करने के चलते मंत्रिमंडल ने पुरानी हुब्बल्ली दंगा मामले को वापस लेने का फैसला किया है परन्तु इसके लिए अदालत की अनुमति की आवश्यकता है।
शहर के हवाईअड्डे पर रविवार को पत्रकारों से बातचती करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने कहा कि अदालत की ओर से इजाजत देने पर मात्र मुकदमा वापस लिया जा सकता है वरना संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि झूठे मामले दायर करने, जानबूझकर मामले दर्ज करने या संघर्षों से संबंधित मामले दर्ज किए जाते हैं, तो उनकी जांच के लिए मंत्रिमंडल की उप-समिति बनाई जाती है। यह सभी सरकार में मौजूद है। पुरानी हुब्बल्ली दंगा मामले की जांच करने वाली समिति ने इसे एक झूठा मामला बताया था। वह रिपोर्ट कैबिनेट में आई और हमने उसे स्वीकार कर लिया। जब भाजपा सत्ता में थी, तब भी कई दुर्लभ मामले वापस ले लिए गए थे।
प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस की ओर से गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सीएम सिद्धरामय्या ने कहा कि भाजपा हमेशा झूठे मुद्दों और बेबुनियाद आरोपों पर विरोध प्रदर्शन करती है।
सिद्धरामय्या ने केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी के कांग्रेस को आतंकवादियों की समर्थक पार्टी वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जोशी खुद आतंकवादी हैं।
