तटबंध टूटने से कई घर और मंदिर पानी में डूबे
कोप्पल. स्थानीय लोगों ने शिकायत की कि तावरगेरा का रायनकेरे तालाब इस बार की बारिश से लबालब भर गया है परन्तु सिंचाई विभाग की लापरवाही के कारण तालाब की गेट वाल्व और तटबंध में दरार आ गई है। पिछले चार दिनों से नहर से बहना चाहिए था पानी, अब तेजी से दूसरे हिस्सों से बह रहा है। इससे निचले इलाकों के लोग भयभीत होकर दिन गुजार रहे हैं।
वैजनाथ मंदिर के पास का एक मकान पानी में डूब गया है। तालाब के लिए तकनीकी रूप से लगाई गई गेटवाल्व दो साल पहले भी ढीली होकर पानी रिसा चुकी थी। उस समय नगर पंचायत और ग्रामीणों ने रेत की बोरियों से अस्थायी मरम्मत की थी परन्तु विभाग ने स्थायी सुधार नहीं किया।
ग्रामीणों का आरोप है कि लघु सिंचाई विभाग की ओर से एक करोड़ रुपए की लागत से तालाब विकास और तटबंध निर्माण कार्य शुरू हुआ था, जो अब तक अधूरा है। काम घटिया स्तर पर हुआ, इसी वजह से पानी व्यर्थ बह रहा है।
स्थानीय प्रगतिशील किसान संतोष सरनाडगौडर ने कहा कि नहर से पानी बहना चाहिए था परन्तु कुछ लोगों ने नहर को पाट दिया। विभाग की लापरवाही से मंदिर और मकान जलमग्न हो गए हैं।
मामला सामने आते ही शनिवार सुबह नगर पंचायत अध्यक्ष नारायणगौड़ा मेदिकेरी ने मौके पर जाकर अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई करने को कहा। इसके बाद सिंचाई विभाग के सहायक कार्यकारी अभियंता देवेन्द्रप्पा ने निरीक्षण किया और आश्वासन दिया कि स्थानीय लोगों के सहयोग से दो दिन में पानी का रिसाव रोका जाएगा।
