बेलगावी. विश्व प्राणी कल्याण मण्डल , पशु प्राणी बलि निर्मूलन जागृति महासंघ और बसव धर्म ज्ञान पीठ के अध्यक्ष दयानंद स्वामी ने कहा कि बेलगावी जिले के खानापुर तालुक के नंदगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र के कक्केरी में आयोजित शक्तिदेवी भीष्टादेवी जात्रा (मेला) में आयुध पूजा और विजयादशमी के अवसर पर, पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी, हजारों पशुओं की बलि रुकवाने में संपूर्ण ऐतिहासिक सफलता मिली है।
इस बारे में विज्ञप्ति जारी कर दयानंद स्वामी ने कहा कि उन्होंने इस सफलता के लिए जिम्मेदार कर्नाटक सरकार, बेलगावी जिला प्रशासन, खानापुर तालुक प्रशासन, पुलिस विभाग, पशुपालन, राजस्व और पंचायत विभाग, भीष्टादेवी मंदिर समिति, भक्त समुदाय और मीडिया को की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। कर्नाटक पशु बलि रोकथाम अधिनियम 1959 और कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार, सरकार ने हजारों जानवरों की बलि रोकने के लिए दयानंद स्वामी के संबंधित लोगों से अनुरोध पर एहतियात के तौर पर व्यापक प्रचार और कड़ी पुलिस व्यवस्था की गई थी।
बेलगावी जिले के जिलाधिकारी मोहम्मद रोशन और एसपी भीमा शंकर एस. गुलेद के निर्देशन में पशुपालन, खानापुर तालुक के तहसीलदार प्रवीण गायकवाड़ के मार्गदर्शन में डीवाईएसपी रवि नायक, नंदगढ़ पुलिस निरीक्षक एससी पाटिल और अन्य संबंधित पुलिस अधिकारी एसएस बादामी, चन्नबासु बबली, बी.एन. बेलवटी, राजस्व और पंचायत विभाग के 200 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने पशु बलि को रोकने के लिए लगभग एक सप्ताह तक दिन-रात काम किया।
दयानंद स्वामी और उनकी टीम ने अहिंसा प्राणिदया संदेश यात्रा के माध्यम से विभिन्न गांवों, शहरों में पशु बलि रोकथाम के बारे में जागरूकता पैदा की। इसके चलते बेलगावी जिले के कक्केरी और आसपास के कस्बों में जानवरों की बलि के बजाय, भक्तों ने हजारों नारियल फोडक़र पूजा की। पूरी रात बारिश होने के बावजूद भी श्रद्धालु आते रहे और भक्ति एवं उत्साह के साथ अपने धार्मिक अनुष्ठानों के जरिए देवी की पूजा की।
