व्यवसायी अपहरण मामला
अब तक कुल सात आरोपी गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक डॉ. भीमाशंकर गुलेद ने दी जानकारी
बेलगावी. मूडलगी तालुक के राजापुर गांव के रियल एस्टेट व्यवसायी बसवराज अंबी का अपहरण कर पांच करोड़ रुपए की फिरौती मांगने के मामले में मुख्य आरोपी गोकाक तालुक के कोन्नूर की मंजुला रामनगट्टी समेत तीन जनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मंजुला ने कांग्रेस पार्टी में पहचान बनाई है।
शहर में सोमवार को पत्रकारों को जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. भीमाशंकर गुलेद ने कहा कि ऊपरी तौर पर पता चला है कि मंजुला ने अपहरण मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। महिला की पहचान एक राजनीतिक पार्टी और संगठन से है। तहसीलदार कार्यालय में डी ग्रेड की नौकरी और आउटसोर्स नौकरी का वादा करके 2.5-2.5 लाख रुपए की रिश्वत लेने को लेकर भी उनके खिलाफ कुलगोड़ पुलिस थाने में भी शिकायत दर्ज की गई है। मंजुला के साथ-साथ हमने येल्लेश वालिकार और परशुराम कांबले को भी गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ कर रहे हैं।
जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि, महिला किस राजनीतिक दल से जुड़ी हुई है?, तो उन्होंने जवाब दिया कि, वह एक राजनीतिक दल से जुड़ी हुई है परन्तु अपहरण और उस पार्टी के बीच कोई संबंध नहीं है। किसी भी राजनेता ने मंजुला को इस मामले में गिरफ्तार नहीं करनेे के लिए प्रभावित नहीं किया है। यदि किसी ने प्रभाव डाला होता तो सात लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जाता।
जब उनसे पूछा गया कि क्या अपहृत व्यक्ति और मंजुला के बीच कोई वित्तीय लेन-देन था, तो पुलिस अधीक्षक गुलेद ने कहा कि बसवराज ने कहा है कि उनके बीच कोई वित्तीय लेन-देन नहीं था। महिला का कहना है कि पैसों का लेनदेन हुआ था। हम इसकी जांच करेंगे।
उन्होंने कहा कि बसवराज अम्बी के अपहरण के पीछे मंजुला ही मुख्य साजिशकर्ता थी। उन्होंने इसमें सहयोग करने वाले आरोपियों को भी पैसे देने की बात कही थी। हमने मंजुला के बेटे ईश्वर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। सतही तौर पर ऐसा लगता है कि यह अपहरण धन कमाने और विलासितापूर्ण जीवन जीने की चाहत में किया गया था। हमने आरोपियों से बसवराज से छीने गए 3 लाख रुपए के सोने के आभूषण, 6 मोबाइल फोन, चार कारें और अपराध में इस्तेमाल अन्य सामान जब्त कर लिया है। यदि किसी को मंजुला ने धोखा दिया है तो वे पुलिस को सूचित करें।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में पहले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। अब हमने शनिवार को तीन और लोगों को गिरफ्तार किया है और रविवार को उन्हें अदालत में पेश किया है। गिरफ्तारियों की संख्या बढक़र सात हो गई है। मंजुला को कलबुर्गी से तथा येल्लेश को हुब्बल्ली से गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच सभी कोणों से की जा जारी है।।
मामले की पृष्ठभूमि
बसवराज नीलप्पा अम्बी (48) का 15 फरवरी को खेत से लौटते समय अपहरण कर लिया गया था। अपहरणकर्ताओं ने 15 फरवरी को बसवराज की पत्नी शोभा को फोन कर 5 करोड़ रुपए की मांग की थी। बसवराज के बेटे हुलिराज और कुछ अन्य लोग निप्पाणी में बेंगलूरु-पुणे राष्ट्रीय राजमार्ग के बाईपास रोड पर एक होटल के पास लगभग 10 लाख रुपए का भुगतान करने गए थे परन्तु अपहरणकर्ताओं से मुलाकात नहीं हुई। बसवराज को रिहा नहीं किया था।
अपहरणकर्ताओं ने शोभा को दोबारा फोन कर गुस्सा जाहिर करते हुए पूछा कि इतने सारे लोग पैसे देने क्यों आए हैं? पैसे नहीं देने पर बसवराज को जान से मारने की धमकी दी थी। हुलिराज और सात अन्य लोग आठ बैगों में पैसा भर कर आरोपियों की ओर से बताए गए निप्पाणी के एक अन्य स्थान पर चले गए थे। दूसरी बार भी उन्हें पैसे नहीं मिले। इसलिए शोभा ने मंगलवार को घाटप्रभा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
मंत्री सतीश जारकीहोली और प्रियंका जारकीहोली के साथ ली गई इस महिला की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर घूम रही हैं।
आरोपी कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं है
कांग्रेस की बेलगावी जिला महिला इकाई की अध्यक्ष कल्पना जोशी ने एक बयान जारी कर कहा है कि अपहरण मामले में शामिल मंजुला रामनगट्टी कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं है। उन्हें कोई पार्टी पद या सदस्यता नहीं दी गई है।