केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने जताई खुशी
अंतरिक्ष में बीज अंकुर के अध्ययन का धारवाड़ ने उठाया बीड़ा
धारवाड़ आईआईटी, कृषि विश्वविद्यालय ने अंतरराष्ट्रीय शोध में दिया अद्वितीय योगदान
हुब्बल्ली. केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने खुशी जताते हुए कहा कि अंतरिक्ष कृषि और अंतरिक्ष यात्री पोषण के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे महान अध्ययन में धारवाड़ अद्वितीय योगदान दे रहा है। विद्याकाशी धारवाड़ अंतरिक्ष में भी विज्ञान के लिए एक प्रेरणा बन गया है।
जोशी ने एक बयान जारी कर कहा है कि यह सभी भारतीयों के लिए गर्व की बात है कि 41 साल के लंबे अंतराल के बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में गया है। इसी तरह, आईआईटी धारवाड़ और धारवाड़ के यूएएस कृषि विश्वविद्यालय सहयोग ने धारवाड़ के लिए गौरव की बात बढ़ाई है।
आईआईटी धारवाड़ और कृषि विश्वविद्यालय के शोधकर्ता महत्वपूर्ण विज्ञान परियोजना ‘अंतरिक्ष में अंकुरण’ एक्स-4 मिशन में भाग ले रहे हैं, जिसमें अंतरिक्ष में मूंग और मेथी के बीजों को अंकुरित करने की प्रक्रिया को अंजाम दिया जा रहा है।
कृषि विश्वविद्यालय का योगदान अमूल्य
अंतरिक्ष यात्री इन बीजों में पानी डालकर बीजों को अंकुरित करने की प्रक्रिया को अंजाम देंगे। ये अंकुर अंतरिक्ष यात्रियों को ताजा और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने में मदद करेंगे। अंतरिक्ष में बीज अंकुरण का अध्ययन करने वाली एक अनूठी अंतरराष्ट्रीय परियोजना एक्सिओम मिशन 4 में आईआईटी धारवाड़ और धारवाड़ के यूएएस कृषि विश्वविद्यालय का योगदान अमूल्य है।
अंकुरित खाद्य उत्पादन में नवाचार का मार्ग दिखाया
यह शोध भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को दीर्घकालिक पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। मूंग और मेथी भारतीय आहार में अद्वितीय हैं और पोषक तत्वों से भरपूर हैं। अंतरिक्ष में उपलब्ध स्थान, वजन और संसाधनों की सीमाओं को ध्यान में रखते हुए, हमारे धारवाड़ ने अंकुरित खाद्य उत्पादन में नवाचार का मार्ग दिखाया है।
वैज्ञानिक रचनात्मकता का केंद्र
धारवाड़ कृषि विश्वविद्यालय के डॉ. रविकुमार होसमनी और आईआईटी धारवाड़ के डॉ. सुधीर सिद्धापुरेड्डी ने इसमें अग्रणी भूमिका निभाई है और देश के विज्ञान क्षेत्र का ध्यान आकर्षित किया है। यह इस बात का उदाहरण है कि कैसे धारवाड़ अब सिर्फ एक शैक्षणिक शहर नहीं, बल्कि वैज्ञानिक रचनात्मकता का केंद्र भी है।
गर्व की बात
केंद्रीय मंत्री एवं धारवाड़ से सांसद प्रल्हाद जोशी ने कहा कि अंतरिक्ष कृषि और अंतरिक्ष यात्री पोषण में यह एक महत्वपूर्ण कदम है और धारवाड़ नवाचार और वैज्ञानिक प्रगति के केंद्र के रूप में उभर रहा है। यह हमारे लिए गर्व की बात है।