सरकार की व्यवस्था पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
मुम्बारु-कोडूरु पंचायत क्षेत्र के गौडकोप्पा और दोड्लीमने गांवों के 50 परिवारों ने श्रमदान से जोड़ा संपर्क मार्ग
बार-बार शिकायतों के बाद भी प्रशासन मौन
ग्रामीणों ने अब भी सुधार नहीं होने पर बड़े आंदोलन की दी चेतावनी
होसनगर (शिवमोग्गा). मुम्बारु और कोडूरु ग्राम पंचायत क्षेत्र के गौडकोप्पा और दोड्लीमने गांवों के लोगों ने बरसों से जारी सरकारी उपेक्षा के खिलाफ अनोखा विरोध दर्ज कराया है। सडक़ न पहुंचने की समस्या से त्रस्त ग्रामीणों ने आखिरकार श्रमदान कर खुद ही संपर्क मार्ग का निर्माण कर डाला।
करीब 50 परिवारों वाले इन गांवों में अधिकांश अनुसूचित जाति-जनजाति और पिछड़े वर्ग के लोग रहते हैं। कच्ची सडक़ पूरी तरह जर्जर हो चुकी थी, जिससे स्कूल जाने वाले बच्चों और अस्पताल जाने वाले बुजुर्गों की यात्रा बेहद कठिन हो गई थी। कई बार शिकायतें करने के बावजूद कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
निराश ग्रामीणों ने एकजुट होकर सडक़ मरम्मत का बीड़ा उठाया और इसे प्रशासन के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोध बताया। केशव, दिनेश, राजेश, बालचंद्र, ओमकारप्पा, सीना कुलाल, रंगप्पा, मंजुनाथ और नारायण भट्ट सहित कई ग्रामीण इसमें शामिल रहे।
ग्रामीणों ने कहा कि यह सडक़ रोजाना दर्जनों बच्चों, मरीजों और बुजुर्गों की जीवनरेखा है। यदि प्रशासन अब भी नहीं जागा, तो तालुक कार्यालय के सामने बड़े पैमाने पर धरना दिया जाएगा।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी चेतावनी दी गई है कि यदि वे जनता की मूलभूत जरूरतें पूरी नहीं करेंगे, तो आगामी दिनों में यह मुद्दा उनके लिए ‘अभिशाप’ साबित होगा।

