रघुपति भट्ट ने की घोषणा
कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें
उडुपी. राज्य भाजपा इस समय दो गुटों में बंटी हुई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को बदलने को लेकर दो गुटों के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई है, जिसमें पूर्व मंत्री श्रीरामुलु ने जनार्दन रेड्डी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसी बीच अब भाजपा को एक और झटका लगा है।
पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद कुछ भाजपा नेताओं ने सार्वजनिक बयान दिए थे और अब रघुपति भट्ट ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है।
उडुपी में एक संवाददाता सम्मेलन में पूर्व विधायक और भाजपा से निष्कासित नेता रघुपति भट ने कहा कि वे अगला विधानसभा चुनाव लड़ूेंगे। वे या तो भाजपा में शामिल हो सकते हैं या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने फिर से विधानसभा के लिए चुनाव लडऩे का निर्णय लिया है। जनता ने उन्हें कभी नहीं हराया। वे उडुपी विधानसभा क्षेत्र से तीन बार जीत चुके हैं। अभी साढ़े तीन साल बाकी हैं। वे किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे, इसका फैसला बाद में करेंगे।
भाजपा में शामिल होने के बारे में पत्रकारों की ओर से पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए रघुपति भट्ट ने कहा कि अगर पार्टी उन्हें बुलाएगी तो वे भाजपा में शामिल हो जाएंगा। वर्तमान घटनाक्रम को देखते हुए उन्हें ऐसा लग रहा है कि भाजपा को मेरी जरूरत नहीं है। इसके चलते भाजपा उन्हें आमंत्रित नहीं कर रही है। इसके अलावा कांग्रेस में शामिल होने के बारे में भी कोई चर्चा नहीं हुई है। कांग्रेस से किसी ने मुझसे मुलाकात नहीं की है। मैं किसी से नहीं मिला हूं। मैं भाजपा की प्राथमिक सदस्यता के लिए मिस कॉल किया है। उन्हें नहीं पता कि स्थानीय समिति या नगर समिति इसे मंजूरी देगी या नहीं।
उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि वर्तमान भाजपा विधायक यशपाल सुवर्ण ने मेरी ओर से शुरू किए गए सभी विकास कार्यों पर बाधा डाल रहे हैं। मुझे नहीं पता कि उन्हें मुझसे व्यक्तिगत दुश्मनी क्यों है। किसी भी जनप्रतिनिधि को इतना आभारी नहीं होना चाहिए। वर्तमान विधायक हमारे कार्यकाल के दौरान बनाए गए डिजिटल एआई सिग्नल का विरोध व्यक्त कर रहे हैं। मैं वर्तमान विधायक से शत प्रतिशत तंग आ चुका हूं। मेरे विधान परिषद चुनाव में बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लगने के लिए वे ही कारण हैं।
रघुपति भट्ट ने कहा कि हर कोई जानता है कि जब तक मैं पार्टी में था, मेरे साथ कैसा व्यवहार किया गया। उन्होंने मेरी तस्वीरें हटाईं। पार्टी कार्यक्रमों से दूर रखा। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से मेरे मामलों में हस्तक्षेप किया। यशपाल सुवर्ण की तरक्की में मेरी भूमिका क्या है उडुपी के लोग जानते हैं। जब मैं 2004 में चुनाव में खड़ा हुआ तो उन्होंने मेरे खिलाफ प्रचार किया था। जब नग्नता की घटना घटी तो मैंने यशपॉल का समर्थन किया और उनके साथ खड़ा रहा। उन्हें पार्टी में पुन: शामिल करवाकर नगर परिषद का मनोनीत सदस्य बनाया था।