नवीन प्रौद्योगिकी प्लंबिंग उपकरणों के उपयोग पर प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित
हुब्बल्ली. शहर के केएलई तकनीकी विश्वविद्यालय में केएलई तकनीकी विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग विभाग, भवन निर्माण एवं रखरखाव विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विश्व प्लंबिंग दिवस समारोह और हुब्बल्ली-धारवाड़ के पेशेवर प्लंबरों के लिए बॉश पावर टूल्स और जेके एंटरप्राइजेज हुब्बल्ली की ओर से नवीन प्रौद्योगिकी प्लंबिंग उपकरणों के उपयोग पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला और वरिष्ठ प्लंबरों का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
सिविल इंजीनियरिंग विभाग के उप प्रमुख डॉ. गुरुनाथ कम्पली ने प्रास्ताविक भाषण दिया तथा अतिथियों एवं आमंत्रितों का स्वागत किया।
मंच पर बैठे सभी गणमान्यों ने पौधे को पानी देकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
हुब्बल्ली-धारवाड़ जिला लाइसेंस्ड प्लंबर एसोसिएशन के अध्यक्ष मकबूल साहब एम. ऊंटवाले ने कहा कि प्लम्बरों को ग्राहकों के साथ शिष्टता और विनम्रता से पेश आना चाहिए। दिन- रात की परवाह किए बिना सप्ताह के 24 घंटे सेवा देनी चाहिए। इससे न केवल घर मालिकों के बीच प्लंबरों के प्रति सम्मान बढ़ेगा बल्कि बेहतर रोजगार भी उपलब्ध होगा।
उन्होंने कहा कि सभी प्लम्बरों को घर के मालिकों से वर्षा जल संचयन अपनाने का अनुरोध करना चाहिए। इससे जल की कमी दूर हो सकती है।
ऊंटवाले ने कहा कि वर्तमान में प्लंबरों को ऊंची इमारतों में काम करना पड़ता है, इसलिए उन्हें पर्याप्त सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन करना चाहिए। इससे प्लम्बरों की सुरक्षा होगी तथा उनके परिवारों को किसी भी संभावित समस्या से बचाया जा सकेगा।
समारोह की अध्यक्षता कर सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख डॉ. एमआर पाटिल ने कहा कि आज की बदली हुई जीवनशैली में घर सिर्फ एक आवश्यकता नहीं है, बल्कि वैभव और विलासिता से भरे जीवन का प्रतिबिम्ब है। बाथरूम भी इसका अपवाद नहीं है। आजकल लोग आधुनिक बाथरूम सुविधाओं के लिए बहुत सी नई बाथरूम फिटिंग और एक्सेसरीज का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसलिए प्लंबर को यह सीखना चाहिए कि ऐसी फिटिंग को कैसे जोड़ा जाए। उस तरह मध्यम एवं उच्च वर्ग के प्रत्येक परिवार के सदस्य के लिए एक संलग्न शयन कक्ष होना। जीवनशैली में बदलाव आया है और इससे रोजगार के ढेरों अवसर पैदा हुए हैं। एक अनुमान के भारत में 2028 तक प्लंबिंग और इससे संबंधित कार्यों में व्यापार कारोबार 5.27 अरब अमरीकी डॉलर का होगा। प्लंबिंग क्षेत्र में काम करने वालों को इसका लाभ उठाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति, प्रयुक्त जल का निपटान, सफाई और स्वच्छता बनाए रखने, बीमारियों पर नियंत्रण, सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा तथा आरामदायक और खुशहाल जीवनशैली के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली प्लंबिंग की आवश्यकता होती है। इसीलिए जहां डॉक्टर बीमारियों का इलाज करते हैं, वहीं प्लंबर बीमारियों की रोकथाम करते हैं और प्लंबर देश के स्वास्थ्य सेवा प्रदाता हैं।
बाद में आयोजित कार्यशाला में ज्ञान साझाकरण और नवाचार को बढ़ावा दिया, प्लंबिंग और रखरखाव क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली अत्याधुनिक तकनीक पर प्रकाश डाला। प्रतिभागियों को नए जमाने के बॉश पावर और डिजिटल उपकरणों को तलाशने और अनुभव करने का अवसर मिला, जो उनके काम में दक्षता, सटीकता और प्रभावशीलता को बढ़ाते हैं।
बॉश के नवीनतम पावर और डिजिटल उपकरणों के साथ व्यावहारिक अनुभव का लाइव प्रदर्शन किया गया। प्लंबिंग में तकनीकी प्रगति पर पेशेवरों के लिए जुडऩे और सहयोग करने में नेटवर्किंग के अवसरों पर प्रकाश डाला गया।
इसके बाद बॉश पावर टूल्स के प्रवीण कुमार और जेके एंटरप्राइजेज के बाहुबली जैन ने हुब्बल्ली धारवाड़ जिला लाइसेंस प्राप्त प्लम्बर संघ और एसोसिएशन के अध्यक्ष मकबूल साहब एम. ऊंटवाले और सदस्यों को सम्मानित किया।
इस कार्यशाला में 60 प्लंबर, सिविल इंजीनियर, इंजीनियरिंग छात्र और प्रोफेसरों ने भाग लिया था। प्रो. पंडिताराध्य ने आभार व्यक्त किया।