
क्षेत्र में प्रवेश नहीं होने के बावजूद जीते
हुब्बल्ली. धारवाड़ विधानसभा क्षेत्र में विनय कुलकर्णी ने भारी जीत दर्ज की है। कांग्रेस उम्मीदवार विनय कुलकर्णी ने भाजपा के अमृत देसाई को भारी अंतर से हराया। विनय कुलकर्णी ने क्षेत्र में प्रवेश नहीं होने के बावजूद जीत हासिल की है।
धारवाड़ जिला पंचायत सदस्य योगेशीगौड़ा गौडर की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी विनय कुलकर्णी को धारवाड़ जिले में प्रवेश करने से प्रतिबंधित किया गया था। इसके बावजूद धारवाड़ सीट से कांग्रेस से चुनाव लड़े विनय कुलकर्णी जीत गए हैं। भाजपा से चुनाव लड़े अमृत देसाई 15 हजार से ज्यादा वोटों से हार गए।
विनय कुलकर्णी के लिए उनकी पत्नी और बच्चों ने लगातार प्रचार किया था। नामांकन पत्र भी उन्होंने ही जमा किया था। नामांकन पत्र जमा करने के दिन उन्होंने अपने मोबाइल फोन पर वीडियो कॉल के जरिए कार्यकर्ताओं से बात कर कहा कि भले ही मेरे जिले में आने पर रोक लगी हो, परन्तु मेरे लिए इतने लोग आए। उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा थी कि इस तरह की ओछी राजनीति नहीं करनी चाहिए।
पिछली बार क्या था?
भाजपा के अमृत अयप्पा देसाई ने धारवाड़ निर्वाचन क्षेत्र से 2018 विधानसभा चुनाव जीता था। कांग्रेस से चुनाव लड़े विनय कुलकर्णी हार गए थे। अमृत देसाई को 85,123 वोट मिले थे जबकि विनय कुलकर्णी को 64,783 वोट मिले थे। अमृत देसाई से 20,340 मतों के अंतर से हार गएल थे।