स्मार्ट सिटी योजना
फुटपाथ पर ही बेच रहे सब्जियां
हुब्बल्ली. सड़क किनारे बैठे फल, सब्जियां, फूल बेच रहे व्यापारी, जगह-जगह कूड़े के ढेर, गंदे पानी की बदबू, गलियों में प्रवेश करते ही हलचल भरा व्यापारिक दृश्य, व्यापार के लिए संकरी सडक़ें, नाक ढककर व्यापार करते ग्राहक… हुब्बल्ली के संगोल्ली रायन्ना सर्कल के पास स्थित प्रमुख बाजार क्षेत्र, जनता बाजार में प्रति दिन नजर आने वाला यह एक आम दृश्य है। यहां रोजाना हजारों लोग आते हैं परन्तु खरीदारी मात्र नाक बंद करके ही करनी चाहिए। यहां सब्जियों के कचरे समेत हर तरह के कूड़े के ढेर देख सकते हैं।
विक्रेताओं की सुविधा के लिए स्मार्ट सिटी योजना के तहत नए भवन का निर्माण हुए दो साल हो चुके हैं। उद्घाटन हुए आठ माह हो गए हैं परन्तु कारोबार को मौका नहीं दिया है।
गेट खुला रखें
व्यापारियों का कहना है कि जिस भवन को वरदान बनना चाहिए था वह अब व्यापारियों के लिए अभिशाप बन गया है। भवन का कोई दुरुपयोग न कर सके, इसके लिए गेट लगाया गया है। यह गेट वर्तमान में दोनों तरफ के व्यवसायों के बीच में बाधा बने खड़ा है। बाजार में आने वाले लोग एक तरफ से आते हैं तो दूसरी तरफ से नहीं। भवन न मिले तो कोई बात नहीं, गेट खुला रखना चाहिए।
व्यापार का गणित
व्यापारियों का कहना है कि गाली दुर्गम्मा मंदिर के पास स्ट्रीट ट्रेडर्स एसोसिएशन की ओर से एक इमारत का निर्माण किया गया था। जो लोग वहां व्यापार करने गए थे वे वहां लोगों के नहीं आने के कारण जनता बाजार में लौट आए हैं। उणकल के पास बाजार भवन के निर्माण को दो साल हो गए हैं परन्तु कोई फायदा नहीं हुआ। इसके आसपास कारोबार कर रहे हैं। इमारतें बनते ही लोग व्यापार के लिए नहीं आएंगे। आसानी से मिलने के कारण वे सडक़ किनारे से खरीदारी करते हैैं।
पूरे सप्ताह कारोबार की अनुमति दें
व्यापारियों का कहना है कि बेंगेरी में स्मार्ट सिटी योजना के तहत बनाया गया मार्केट सर्वसुविधायुक्त है। जनता बाजार और दुर्गाद बैल में भी ऐसा ही मार्केट बनाना चाहिए था। यह बाजार एक विशाल, खुला बाज़ार है जिसमें लगभग 500 लोगों के व्यापार करने के लिए पर्याप्त जगह है परन्तु यहां कारोबार सिर्फ शनिवार को होता है। सुसज्जित बाजार में पूरे सप्ताह कारोबार की अनुमति देने से सुविधा होगी।
निर्माण कार्य पूरा नहीं
मुझे नहीं पता कि तैयार भवन का उपयोग क्यों नहीं किया जा रहा है। इमारत में 177 स्टॉल की जरूरत थी। 121 का निर्माण हुआ है। विधायक प्रसाद अब्बय्या ने स्मार्ट सिटी को विधायक निधि से 56 स्टॉल बनाने को कहा। इसके बावजूद निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है।
–मोहम्मद रफीक मुजाहिद, अध्यक्ष, जनता बाजार
व्यापारियों को प्रताड़ित क्यों कर रहे
हम सडक़ के किनारे बैठे हैं। तैयार इमारतों उपयोग के लिए देने में क्या समस्या है? उनकी आंतरिक समस्याओं के कारण व्यापारियों को क्यों प्रताड़ित किया जा रहा है? भवन की हालत खस्ता है। बदबू आ रही है। लोकसभा चुनाव नजदीक आने पर हमें इमारत में व्यावसायिक अवसरों के लिए और एक साल इंतजार करना होगा। उससे पहले मौका देना चाहिए।
-राजु वाल्मिकी, महासचिव, लघु व्यापारी संघ