नई फैक्ट्री की घोषणा, युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का आह्वान
हुब्बल्ली. पूर्व मंत्री और उद्योगपति मुरूगेश निराणी ने कहा कि राज्य में अनुसंधान एवं विकास (आर एंड डी) कंपनियों की भरमार है, फिर भी हुब्बल्ली-धारवाड़ का विकास अपेक्षित गति से नहीं हो रहा है। इस स्थिति पर स्थानीय नेताओं, अधिकारियों और नागरिकों को आत्ममंथन करना चाहिए।
वे कर्नाटक चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सभागार में आयोजित समारोह में सम्मान स्वीकार कर बोल रहे थे।
प्रतिभा और परिश्रम से ही सफलता संभव
निराणी ने कहा कि हर वर्ष एक लाख से अधिक अभियंता स्नातक हो रहे हैं, फिर भी क्षेत्र में उद्योगों की संख्या सीमित है। यदि व्यक्ति में प्रतिभा और परिश्रम है, तो उसे किसी गॉडफादर की आवश्यकता नहीं होती। आत्मविश्वास और मेहनत से ही लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि उनकी ‘निराणी शुगर फैक्ट्री’ प्रतिदिन एक लाख टन चीनी का उत्पादन करती है और वर्ष 2025-26 तक एक करोड़ टन गन्ना पेराई का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही, हुब्बल्ली के पास एक नई फैक्ट्री स्थापित करने की योजना भी साझा की।
स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने की जरूरत
केएलई तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक शेट्टर ने युवाओं को अपने क्षेत्र में ही उद्योग स्थापित कर आत्मनिर्भर बनने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सफलता केवल अंकों से नहीं, बल्कि आचरण और व्यक्तित्व से तय होती है।
नीतिगत स्थिरता से ही आएगा निवेश
विधायक महेश टेंगिनकाई ने औद्योगिक नीतियों की स्थिरता पर बल देते हुए कहा कि सरकारें बदल सकती हैं, परन्तु नीतियां नहीं। बार-बार नियम बदलने से निवेशक पीछे हट जाते हैं।
विधायक एन.एच. कोनरेड्डी ने दलगत भेदभाव से ऊपर उठकर विकास के लिए एकजुट प्रयासों की आवश्यकता जताई।
कार्यक्रम में मूरुसाविर मठ के गुरुसिद्ध राजयोगीन्द्र स्वामी, विधान परिषद के पूर्व सदस्य मोहन लिंबिकाई, केएलई निदेशक शंकरन्ना मुनवल्ली, उद्योगपति निंगण्णा बिरादार, जे.के. आदप्पगौडर, रमेश पाटील और जयप्रकाश टेंगिनकाई सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
