नई सरकार के सामने कई चुनौतियां हैं
कांग्रेस के वादों की ओर लोगों की निगाहें
हुब्बल्ली
. नई सरकार के अस्तित्व में आते ही धारवाड़ जिले से उ मीदें बढ़ गई हैं। भाजपा सरकार पर विकास से कोसों दूर रहने का आरोप लगाकर प्रचार कर जीत हासिल करने वाली कांग्रेस और जिले के विधायकों को अब यहां की जनता की उम्मीदों के अनुरूप काम करना है।

जिले के गांवों और शहरी क्षेत्रों में उचित सडक़ और पेयजल सुविधा जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने की महत्वपूर्ण जि मेदारी नए विधायकों पर है। पृथक धारवाड़ नगर निगम का गठन बहुत जरूरी है, धारवाड़ के लोगों को इस संबंध में काफी उम्मीदें हैं।

विकास का संकल्प: अनेक भाग्यों के साथ नई सरकार धारवाड़ जिले के सर्वांगीण विकास के लिए संकल्प लेना है। जब गांवों की बात आती है तो नम्म होला नम्म दारी (हमारा खेत हमारी सडक़) और शहरी क्षेत्रों में पेयजल पर्याप्त आपूर्ति की मांग सर्वाधिक है।

नम्म होला नम्म दारी

2013 में, सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार ने नम्म होला नम्म दारी योजना लागू की थी। इसके जरिए सभी इलाकों के किसानों के खेतों की सडक़ों को विकसित करने का काम किया गया था परन्तु बाद में सत्ता में आई भाजपा खेत की सडक़ों को भूल गई। ऐसे में भाजपा को किसानों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। इसके चलते अब नए विधायकों के कंधों पर खेत की सडक़ों के विकास की महत्वपूर्ण जि मेदारी है। साथ ही विभिन्न गांवों की संपर्क सडक़ों का निर्माण करना चाहिए।

बुनियादी ढांचे का विकास

व्यवस्था सुधारने की बात आती है तो ट्रैफिक सिग्नल, फुटपाथ, बाजार अतिक्रमण, पार्किंग अव्यवस्था की भरपाई का काम होना है। बेण्णेहल्ला-तुप्परी हल्ला नहरों की बाढ़ नियंत्रण योजना तैयार कर अनुदान आरक्षित किया गया है और इस कार्य को बड़े करीने से संचालित करने की आवश्यकता है। कांग्रेस को अब लंबित पड़े कोलीकेरे को विकसित करने और एक सुपर मार्केट बनाने के सपने को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।

हर गांव के लिए मलप्रभा का पानी

जेजेएम परियोजना को पूरा करने और हर गांव में मलप्रभा पानी की आपूर्ति करने की तत्काल आवश्यकता है। भाजपा सरकार पहले ही घर-घर मलप्रभे योजना शुरू कर चुकी है, परन्तु इस प्रक्रिया को तेज करने की जरूरत है। वरना 2028 में भाजपा के सामने जो दुविधा पेश आई थी वही कांग्रेस के लिए भी आ सकती है।

शहरी क्षेत्रों में पानी की समस्या लोगों को काफी परेशान कर रही है। यहां की जलापूर्ति की जि मेदारी एलएंडटी कंपनी को सौंपने के बाद हुब्बल्ली धारवाड़ जुड़वां शहर में पीने का पानी मिलना मुश्किल हो चुका है। इसके चलते जलापूर्ति प्रबंधन का जि मा पहले की तरह जलमंडल को सौंपने की मांग की जा रही है। कांग्रेस सरकार को इस मामले में भी ठोस कदम उठाना चाहिए। गरीबों को सिर पर छत देने की जरूरत है। इसके अलावा बारिश में गिरे मकानों के मुआवजे की घोषणा करते समय भेदभाव करने के भी आरोप हैं। कई लाभार्थियों के नाम छूटने की शिकायतें हैं।

अब इन सबको ठीक कर भाजपा से हमारी सरकार ही बेहतर है की लोगों से शाहबाशगिरी हासिल करना कांग्रेसी विधायकों के लिए अनिवार्य भी है।

किसानों के लिए पूरक नुमा होला न मा दारी योजना

नम्म होला नम्म दारी योजना किसानों के लिए पूरक है। भाजपा सरकार ने इस योजना को छोड़ दिया था। अब कांग्रेस को फिर से किसानों के खेतों तक सडक़ें निर्माण करने का काम करना चाहिए। यह कांग्रेस सरकार की ओर से किसानों पर किया जाने वाला बड़ा उपकार होगा।

संगमेश बूदिहाल, किसान, कब्बेनूर गांव

बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करें

कई जगह सडक़ें खराब हुई हैं। धारवाड़ सुपर मार्केट की हालत भी ठीक नहीं है। इसके चलते इन कार्यों को पहली प्राथमिकता पर करना चाहिए। सरकार को पेयजल सहित लोगों की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करनी चाहिए।

ईरन्ना अक्की, निवासी, धारवाड़

धारवाड़ जिले की उम्मीदें

-जिले के हर गांव में हमारा खेत ही हमारी सडक़ निर्माण करना है।

-जिले में बेरोजगारी की समस्या बढ़ी है, उद्योगों की स्थापना को बढ़ाने की जरूरत है।

-धारवाड़ के लिए पृथक महानगर निगम बनाने का अहम फैसला लेना है।

-बारिश से गिरे मकानों को चिन्हित कर तत्काल मुआवजा वितरित करना है।

-हुब्बल्ली-धारवाड़ जुड़वां शहरों में नियमित जल आपूर्ति योजना का कार्यान्वयन करना है।

-तालाबों से गाद हटाने की योजना फिर से शुरू करना है।

-धारवाड़ सुपरमार्केट विकास में विशेष रुचि दिखानी चाहिए।

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