
लोकसभा चुनाव लड़ेंगे?
हुब्बल्ली. राज्य की राजनीति में खूब रणनीति बनाकर सत्ता की बागडोर संभालने के लिए जीत हासिल करने वाली कांग्रेस अब दूसरी रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है। पराजित उम्मीदवार जगदीश शेट्टर को एक और मैदान में उतारने का फैसला किया है।
भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर तुरंत कांग्रेस में शामिल होकर विधानसभा चुनाव लडऩे वाले पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर अपने शिष्य महेश टेंगिनकाई से हार गए। शेट्टर कहा था कि यह उनका आखिरी चुनाव है, वहीं वे अभी बूढ़े नहीं हुए हैं कहने के जरिए अगले राजनीतिक कदम के बारे में उत्सुकता पैदा की है।
कहा जा रहा है कि इसी बीच लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के खिलाफ पूर्व सीएम जगदीश शेट्टर को कांग्रेस प्रत्याशी बनाने की पर्दे के पीछे से कोशिश कर रही है।
शेट्टर ने लगाया आरोप
क्या अगले लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के खिलाफ शेट्टर कांग्रेस के उम्मीदवार हो सकते हैं? ये सवाल राजनीतिक क्षेत्र में घूम रहे हैं। शेट्टर ने सीधे तौर पर आरोप लगाया है कि भाजपा में लिंगायत नेताओं को हाशिए पर ढकेला जा रहा है। इन सबकी वजह भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष हैं।
शेट्टर और जोशी प्रतिद्वंद्वी बनेंगे
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अगर कांग्रेस इसे राजनीतिक पासा मानती है तो अगले लोकसभा चुनाव में जोशी के प्रतिद्वंद्वी के रूप में जगदीश शेट्टर की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। सामान्य तौर पर, 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रहलाद जोशी के खिलाफ विनय कुलकर्णी को कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में उतारा गया था परन्तु विनय को जीत नहीं मिली। कहा जा रहा है कि जोशी को जीत दिलवाने में जगदीश शेट्टर ने अहम भूमिका निभाई थी। इस दिशा में शेट्टर और जोशी प्रतिद्वंद्वी बनेंगे तो भी कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
शेट्टर लोकसभा के लिए प्रतिनिधित्व करेंगे
जगदीश शेट्टर को हराना भाजपा के लिए प्रतिष्ठा की बात होने के कारण राष्ट्रीय नेता सर्वाधिक बार निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया था। चुनाव प्रचार के दौरान कद्दावर नेताओं ने क्षेत्र में आकर महेश टेंगिनाकाई के पक्ष में रैली, रोड शो कर वोट मांगा था। भाजपा की उम्मीद के हिसाब से जगदीश शेट्टर हार गए हैं। अब एक नए मंच के निर्माण की चर्चा हो रही है और अफवाहें हैं कि शेट्टर लोकसभा के लिए प्रतिनिधित्व करेंगे।