भारतीय संस्कृति की विरोधी सरकार
केपीएससी परीक्षा में आभूषण उतरवाए
विधान परिषद सदस्य हेमलता ने जताई नाराजगी
हुब्बल्ली. विधान परिषद की सदस्य हेमलता नायक ने राज्य सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि केपीएससी परीक्षा में मंगलसूत्र, पैरों की रिंग और चूड़ी को उतरवाया है परन्तु बुर्का और हिजाब पहनकर परीक्षा देने की इजाजत दे दी गई है। चूड़ी, मंगलसूत्र, पैरों की रिंग से कैसे धोखा दे सकते हैं? हिजाब, बुर्का से परीक्षा में नकल कराई जा सकती है या चूड़ी, मंगलसूत्र, पैरों की रिंग से परीक्षा में नकल कराई जा सकती है? यह हमारी संस्कृति की विरोधी सरकार है। यह संविधान विरोधी कदम है और कांग्रेस सरकार हिंदू महिलाओं की गरिमा को छीनने की कोशिश कर रही है।
हुब्बल्ली के सर्किट हाउस में गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए नायक ने आलोचना करते हुए कहा कि कर्नाटक में महिलाओं की स्थिति ऐसी है जैसे बाड़ ही खेत चर गई हो। हमने कहीं भी किसी मुख्यमंत्री और राज्य सरकार को इतना अहंकारी नहीं देखा है। यह कहना गलत नहीं है कि यह दुष्ट सरकार है। आगामी दिनों में महिला मोर्चा इस अन्याय के खिलाफ आंदोलन करेगी।
उन्होंने कहा कि पूरा विश्व हवाई अड्डों पर मंगलसूत्र, पैरों की रिंग का सम्मान करता है। मंगलसूत्र उतारने का कोई उदाहरण नहीं है। अपने कर्नाटक में ऐसा करते देखने पर नाराजगी जाहिर करनी चाहिए या फिर शर्मिंदगी पता नहीं चल रहा है। यह घटना कलबुर्गी में हुई है। कांग्रेस नेता प्रियांक खरगे के महिलाओं को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस महिलाओं को सुंदरता के आधार पर मापने का काम कर रही है। कर्नाटक में कांग्रेस सरकार संविधान विरोधी और महिला विरोधी शासन कर रही है। सरकार ने कर्नाटक की हिंदू महिलाओं को बहुत दर्द दिया है।
हेमलता ने कहा कि कांग्रेस कहती है उसने महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण दिया है, ये हमारी योजना है। वहीं अब पांच गारंटी दी है आखिर किसे दी गई है।
संवाददाता सम्मेलन में हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर जिला भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष राजेश्वरी सालगट्टी, पूर्व उपमहापौर रेणुका हुरली, प्रवक्ता रवि नायक आदि उपस्थित थे।

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