सरकारी स्कूलों में शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षण कक्षाएं संचालित लेकिन गतिविधियों के लिए जरूरी सामान उपलब्ध नहीं
उडुपी. राज्य पाठ्यक्रम स्कूलों में प्रति सप्ताह शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षण (पीटी) की चार कक्षाएं होती हैं और इस विषय में छात्रों के लिए मूल्यांकन परीक्षा भी आयोजित की जाती है परन्तु इसके पूरक तौर पर सरकारी स्कूल के बच्चों की खेल गतिविधियों के लिए जरूरी सामान ही सरकार की ओर से नहीं आ रहा है।
सरकारी स्कूलों में पांच-छह साल पहले आए सामानों को ही छात्र आज भी इस्तेमाल कर रहे हैं। सरकारी स्कूलों में खेल गतिविधियों के लिए क्रिकेट बैट, बॉल, विकेट, वॉलीबॉल, थ्रोबॉल, फुटबॉल, शटल बैट, रिंग, नेट, कैरम बोर्ड, शतरंज बोर्ड, डम्बल, रिले स्टिक, स्किपिंग सेट आदि पूरेल पैमाने पर उपलब्ध नहीं हैं।
इसके चलते छात्रों को पी.टी. की अवधि के दौरान अपने पसंदीदा खेल गतिविधि के बजाय अनिवार्य रूप से कुछ ही गतिविधियों को मात्र करना पड़ रहा है।
शारीरिक शिक्षा के शिक्षक नहीं
कई स्कूलों में शारीरिक शिक्षा शिक्षक नहीं हैं। जिन विद्यालयों में पहले शारीरिक शिक्षा के शिक्षक थे, उनकी सेवानिवृत्ति, तबादले के बाद वे पद भी रिक्त हैं। सरकार ने शारीरिक शिक्षा शिक्षकों की कोई नई भर्ती नहीं की है। हाईस्कूलों में तो शारीरिक शिक्षा शिक्षकों की नियुक्ति की मांग कई वर्षों से की जा रही है, परन्तु नियुक्ति प्रक्रिया मात्र नहीं हो सकी है।
विशेष अनुदान देने की मांग
अधिकांश सरकारी स्कूल एसडीएमसी और पुराने छात्र संघों के माध्यम से दानदाताओं से संपर्क कर रहे हैं और उनसे विभिन्न सुविधाओं और खेल उपकरणों की व्यवस्था कर रहे हैं। सभी स्कूल कॉर्पोरेट सीएसआर फंड और स्थानीय दानदाताओं के जरिए खेल सामानों के लिए अनुदान की व्यवस्था करने में सक्षम नहीं हैं। इसके चलते सरकार की ओरसे ही इसके लिए विशेष अनुदान देने की मांग की जा रही है।
खेल गतिविधियां हुई कम
हाल ही में स्कूलों में खेल गतिविधियां कम हो रही हैं। रा’य या जिले के निर्देशानुसार ब‘चों को प्रतिभा कारंजी की खातिर तैयार करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर जोर दिया जा रहा है। ब‘चों को भाषण, वेषभूषा, गायन आदि प्रतियोगिताओं के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। खेल गतिविधियां सिर्फ स्कूल के वार्षिकोत्सव तक ही सीमित रह गई हैं।
योग भी नहीं
स्कूलों में योग कक्षाएं संचालित करनी चाहिए। दैनिक प्रार्थना के बाद ध्यान के लिए कुछ समय देने की मांग की गई थी, परन्तु अब तक कहीं भी योग कक्षा लगातार आयोजित नहीं की गई है। जहां शिक्षक हैं वहां भी शारीरिक शिक्षा नहीं हो रही है। कुछ संस्थाएं छुट्टियों के दिन योग कक्षाएं संचालित करती नजर आ रही हैं।
कोई अनुदान आवंटित नहीं किया
सरकारी स्कूलों में खेल सामग्री की खरीद के लिए इस वर्ष कोई अनुदान आवंटित नहीं किया गया है। हमने कर्नाटक पब्लिक स्कूलों और पीएमश्री स्कूलों को अनुदान दिया है। सप्ताह में चार पीटी कक्षा सभी छात्रों के लिए हैं और इसके आधार पर परीक्षा आयोजित करते हैं। स्कूल के अन्य अनुदानों से खेल सामग्री खरीदने का मौका है।
–के. गणपति, डीडीपीआई, उडुपी