सतीश जारकीहोली ने कहा
उडुपी. लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली ने कहा कि भक्ति एक व्यक्तिगत मामला है और जिनमें भक्ति है वे महाकुंभ में जाते हैं। भीड़ कम होने के बाद हम भी कुंभ मेले में जाएंगे।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए सतीश ने कहा कि कुंभ मेले को लेकर मल्लिकार्जुन खरगे का बयान, डीके शिवकुमार का पवित्र स्नान उनकी निजी राय है। उन्होंने अपनी बात कही है और इन्होंने अपनी बात कही है। खरगे के कहते ही जोने वालों को नहीं रोका जा सकता। कुंभ मेले में जो लोग जा रहे हैं वे स्वतंत्र हैं, सभी जा रहे हैं। इसमें कोई भ्रम नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि महाकुंभ मेले में जाना भक्ति का विषय है और जो लोग भक्तिमय हैं वे जाएंगे। मेंगलूरु से भी ट्रेन रवाना हो चुकी है।
हमारे कांग्रेस कार्यकर्ता कुंभ मेले के लिए रवाना हो रहे हैं। भीड़ कम होने पर मैं भी जाऊंगा और वापस आऊंगा। अब वहां बहुत भीड़ है। कुंभ मेले के लिए मेंगलूरु से रवाना हुए लोगों में से 50 प्रतिशत कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं। यह प्रथा किसी एक पार्टी तक सीमित नहीं है। हम किसी भी श्रद्धालु को परेशान नहीं करते हैं, यह लोगों की भक्ति, प्रेम और विश्वास से जुड़ा मामला है।
मंत्री राजन्ना के बयान के बारे में मंत्री सतीश ने कहा कि अगर राजन्ना को कोई समस्या है, तो उन्हें पार्टी के भीतर इस बारे में बात करनी चाहिए और इसे हल करना चाहिए। अगर मैं उडुपी या मेंगलूरु में बैठकर उनके बयान के बारे में बात करूंगा, तो मुझे कोई समाधान नहीं मिलेगा। पार्टी में नेताओं के बीच कोई समस्या नहीं है और यदि कोई समस्या है तो उसे मीडिया के समक्ष लाया जाएगा।
पार्टी के भीतर नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सिद्धरामय्या पूर्णकालिक मुख्यमंत्री हैं, वे अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। हम तटीय क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ सीधे संपर्क में हैं और सीएम बनने का मुद्दा फिलहाल चर्चा में नहीं है। हम यह तय करने वाले नहीं हैं कि मुख्यमंत्री कौन बनना चाहिए। इस प्रक्रिया में हम भी आपकी तरह दर्शक हैं।