मंत्री सतीश जारकीहोली ने कहा
बेलगावी. लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली ने कहा कि राज्य में महाराष्ट्र एकीकरण समिति (एमईएस) पर प्रतिबंध लगाने पर कन्नड़-मराठी भाषा समस्या का समाधान नहीं होगा। कल वे किसी अन्य संगठन के नाम पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। प्रतिबंध कोई समाधान नहीं है।
शहर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सतीश ने कहा कि एमईएस अब अस्तित्व में नहीं है। ऐसी स्थिति में इसे महत्व देने की कोई आवश्यकता नहीं है। कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद एक बंद अध्याय है, और कन्नड़-मराठी भाषा का मुद्दा अब बेलगावी में उतना गंभीर नहीं रह गया है, जितना पांच दशक पहले था। मराठी भाषी भी राज्य की मुख्यधारा में आ रहे हैं।
कर्नाटक के मराठी माध्यम के छात्रों को महाराष्ट्र में प्रतियोगी परीक्षाओं और नौकरियों में शामिल होने के अवसर प्रदान करने की महाराष्ट्र सरकार की पहल के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और बेलगावी जिला प्रशासन इस मामले पर गौर करेंगे। संबंधित राज्य सरकारों के लिए अपने राज्य के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना कठिन है। इस स्थिति में बाहरी लोगों को नौकरी देना और भी कठिन है।
उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में मंत्री सतीश ने कहा कि हमें कर्नाटक बंद पर कोई आपत्ति नहीं है। हर किसी को विरोध करने का अधिकार है परन्तु हमारी चिंता यह है कि इससे लोगों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि बेलगावी जिले में विभिन्न विकास कार्यों के लिए अनुदान जारी किया गया है। जिलाधिकारी कार्यालय परिसर का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा।