जिलाधिकारी ने अधिकारियों को दिए निर्देश
बल्लारी. जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष और जिलाधिकारी प्रशांतकुमार ने कहा कि तुंगभद्रा जलाशय से नदी में पानी छोड़ा जा चुका है और बाढ़ प्रबंधन के लिए आवश्यक तैयारी करनी चाहिए। सिंचाई सलाहकार समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि इस बार केवल 80 से 85 टीएमसी पानी रोककर अतिरिक्त पानी नदी में छोडऩा चाहिए।
वे मंगलवार को बल्लारी में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक की अध्यक्षता कर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि इसके कारण नदी के किनारे के गांवों में बाढ़ की आशंका वाले गांवों को सुरक्षित और ऊंचे स्थानों पर ले जाना चाहिए। बाढ़ की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नदी के किनारे के लोगों को प्रतिदिन नदी में प्रवेश न करने की चेतावनी देनी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि लोगों, पशुओं और फसलों को होने वाले नुकसान को रोकने के लिए उपयुक्त योजना बनानी चाहिए।
प्रशांतकुमार ने कहा कि संबंधित तालुक तहसीलदारों को क्षेत्र का दौरा कर तालुकावार वर्षा की कमी के बारे में जानकारी एकत्रित कर कृषि विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर सरकार को रिपोर्ट सौंपनी चाहिए।
बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन निधि के तहत जिले में किए गए कार्यों पर चर्चा की गई तथा संबंधित अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की गई।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अधिकारी परमेश ने बताया कि वर्तमान में तुंगभद्रा जलाशय से एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने पर ही कंपली व गंगावती पुल तथा कंपली क्षेत्र के 2 गांव तथा सिरुगुप्पा क्षेत्र का एक गांव बाढ़ से प्रभावित होगा।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा के लिए राहत केंद्र खोलने की तैयारी कर ली गई है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त मुहम्मद जुबैर एन., डीडीएलआर प्रमोद, जिला व तालुक स्तर के अधिकारियों ने भाग लिया था।
