एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दी जानकारी
कलबुर्गी. एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इंडिया गठबंधन के नेताओं के बीच सीट बंटवारे को लेकर संबंधित पार्टियों से संवाद करने के लिए मुकुल वासनिक के नेतृत्व में अशोक गहलोत समेत छह सदस्यों की एक टीम बनाई गई है। टीम के सदस्य पहले से ही प्रत्येक रा’य में नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं। अभी यह कहना संभव नहीं है कि क्या चल रहा है।
अपने आवास पर बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए खरगे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने भी लोकसभा चुनाव की तैयारी कर ली है। मोदी भविष्य में दोबारा सत्ता में आने पर इसकी सारी हदें पार हो जाएंगी। पहले से ही स्वायत्त संस्थाओं का दुरुपयोग करने के बारे में सभी को पता है। इस बार कह रहे हैं कि चार सौ से ’यादा सीटें जीतेंगे, दूसरों को कुछ नहीं मिलेगा। वे कह रहे हैं कि वे 54& सीटें जीतेंगे। ऐसा होगा तो यह देश के लिए अ‘छा नहीं है।
उन्होंने कहा कि मोदी देश में निरंकुश नेतृत्व और तानाशाही शासन लाना चाहते हैं, उसी को करके दिखा रहे हैं। इस बारे में हम लोगों को समझा रहे हैं परन्तु कुछ लोगों की मानसिकता है कि मोदी रहेगा तो ही देश चलेगा, अन्यथा नहीं। क्या पिछले 70 साल से देश नहीं चला? आई.के. गुजराल, एच.डी. देवेगौड़ा, अटल बिहारी वाजपेई समेत कई नेताओं ने देश का निर्माण किया है। उन्होंने गरीबों के प्रति करुणा भाव से शासन किया है परन्तु मोदी की विज्ञापन सरकार है। अखबार में मोदी की फोटो और टीवी पर मोदी के भाषण के बिना कुछ नहीं मिलता। अगर यही हाल रहा तो देश का विकास कैसे होगा।
लोकसभा चुनाव कैसे होंगे, इसके लिए चंडीगढ़ मेयर का चुनाव ही काफी है
एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि केंद्रीय चुनाव आयोग कार्यालय से एक घंटे की दूरी पर स्थित चंडीगढ़ महापौर चुनाव में अगर एक अधिकारी खुद मतदान किया है, तो यह अनुमान लगाने के लिए पर्याप्त है कि मोदी सरकार को लोकसभा चुनाव जीतने के लिए ग्रामीण इलाकों में क्या क्या कर रही होगी।
उन्होंने कहा कि अगर लोकतंत्र को जीवित रखना है, तो सभी को समान अवसर मिलना चाहिए। तब एक बार आप जीत सकते हैं तो दूसरी बार हम जीत सकते हैं परन्तु लोगों को डरा-धमका कर पार्टी की ओर आकर्षित करेंगे तो लोकतंत्र टिक नहीं पाएगा। अगर ऐसा ही चलता रहा तो संविधान और जनता को नुकसान होगा। सहज तौर पर वयस्कों की भी मतदान नहीं बचेगा।
खरगे ने आलोचना करते हुए कहा कि हमारे पास होते हैं तो वे भ्रष्ट होते हैं। एक बार जब वे आपकी पार्टी में शामिल हो जाते हैं, तो वे ईमानदार और शुद्ध कैसे हो जाते हैं? कोई भी जहां भी मिलें उन्हें अंदर डालकर, निंदा करते हैं। आगे उन्हें ही ले जाकर राजनीति करते हैं। भाजपा की ऐसी दोहरी राजनीति शुरू से ही चली आ रही है।
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि भाजपा नेता बार-बार कलबुर्गी क्यों आ रहे हैं, वे किसे निशाना बना रहे हैं। वे अपने उम्मीदवार को देखने, सलाह देने या कांग्रेसी को खत्म करने के लिए आते होंगे। आप खुद कल्पना कीजिए।