बीएसपीएल कंपनी की ओर से स्टील फैक्ट्री का विरोध
आंदोलन समिति का आक्रोश
कोप्पल. कोप्पल जिला बचाओ आंदोलन समिति ने जिला मुख्यालय के पास बीएसपीएल कंपनी की ओर से स्टील फैक्ट्री स्थापित करने के विरोध में 10 मार्च को शहर के अशोक सर्कल पर मानव श्रृंखला बनाने का निर्णय लिया है।
पिछले 19 वर्षों में जिले में आक्रामक रूप से आए विशाल कारखानों के कारण इस जिले की उपजाऊ भूमि, तुंगभद्रा जल और पर्यावरण खतरे का सामना कर रहे हैं।
शहर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में समिति के महासचिव अल्लाम प्रभु बेट्टदूर ने कहा कि इसके लिए कई संघर्ष किए गए हैं। यदि अब कोई नया कारखाना शुरू किया जाता है तो उसे कोप्पल से स्थानांतरित करना होगा। इन दोनों में से केवल एक ही हो सकता है।
उन्होंने कहा कि एमएसपीएल कंपनी ने बसापुर गांव के सर्वे नंबर 143 में सार्वजनिक तालाब की 44.35 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण किया है तथा सडक़ को अवरुद्ध कर कम्पाउंड बना लिया है, उसे खाली कराया जाए तथा लोगों व पशुओं की आवाजाही के लिए सडक़ को सुचारू करना चाहिए। इसके लिए 10 मार्च को तावरगेरा में फैक्ट्रियों से प्रभावित गांवों के लोगों के साथ मानव श्रृंखला और परामर्श कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
बेट्टदूर ने कहा कि कोप्पल तालुक में कारखानों की अधिकता के कारण लोगों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं व्यापक हैं। अतीत में कोप्पल के लोगों के संघर्ष से सफलता मिली है, जनप्रतिनिधियों के माध्यम से नहीं। इसलिए, यदि जनप्रतिनिधियों को जनता की सच्ची चिंता है तो उन्हें अपने पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए और जनता के साथ हाथ मिलाना चाहिए। परमाणु ऊर्जा संयंत्र की भी अनुमति नहीं देनी चाहिए।
संवाददाता सम्मेलन में समिति के सह-संचालक के.बी. गोनाल, प्रमुख नजीरसाब मूलिमनी, ज्योति गोंडबाल, शरणु गड्डी, महांतेश कोटबाल, मंजुनाथ गोंडबाल, कशप्पा चलवादी और मुदुकप्पा होसमनी आदि उपस्थित थे।