पंचमसाली समाज ट्रस्ट किसी पार्टी या व्यक्ति तक सीमित नहीं ...!हुब्बल्ली के एक होटल में शनिवार को अखिल भारतीय लिंगायत पंचमसाली समाज ट्रस्ट (पुन:) के तत्वावधान में आयोजित ट्रस्टियों एवं समुदाय के सदस्यों की विचार मंथन बैठक में भाग लेत समाज के नेता।

मठ प्रमुख के कदम से नाराज समाज ने लिया निर्णय

हुब्बल्ली. अखिल भारतीय लिंगायत पंचमसाली समाज बंधुओं एवं जनप्रतिनिधियों की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पंचमसाली समाज ट्रस्ट किसी राजनीतिक दल या व्यक्ति तक सीमित नहीं है।

शहर के नए न्यायालय के बगल में स्थित एक होटल में शनिवार सुबह आयोजित राज्य स्तरीय बैठक में लंबी चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया।

इस दौरान समुदाय के अनेक सदस्यों एवं जनप्रतिनिधियों ने बैठक में कहा कि पंचमसाली समुदाय लिंगायतों में सबसे बड़ा समुदाय है। राजनीतिक रूप से यह किसी पार्टी या व्यक्ति तक सीमित नहीं है। हाल ही में समाज को 2ए आरक्षण दिलाने के संघर्ष ने समाज को संगठित किया है। अन्यथा, कानूनी रूप से लक्ष्य प्राप्त करने में सफलता नहीं मिलेगी। इसलिए इस संबंध में समाज को आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक रूप से मजबूत करने का काम करना चाहिए।

यह एक ऐसा संगठन है जिसका उद्देश्य समाज के शैक्षिक, आर्थिक और सामाजिक हितों की रक्षा करना है परन्तु समाज के मठ प्रमुख बसव जय मृत्युंजय महास्वामी केवल एक व्यक्ति और एक पार्टी का समर्थन कर रहे हैं। वे समाज को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। हमें समाज की भलाई के लिए लडऩा और संगठित होना होगा। विशेषकर सबसे ज्ञानी पंचमसाली मसाज को ऐसे स्वार्थी नेताओं का समर्थन नहीं करना चाहिए तथा इसके बजाय समाज की प्रमुख समस्याओं को हल करने का प्रयास करना चाहिए।

बैठक में नेताओं ने राय व्यक्त की कि हम सामाजिक साथियों से अनुरोध करते हैं कि वे व्यक्ति विशेष और पार्टियों की ओर जाने वाले स्वामी का साथ देने के बजाय समाज को संगठित करने की दृष्टि से आगे बढें। हाल ही में विजयपुर के विधायक बसनगौड़ा पाटिल यत्नाल को भाजपा से निष्कासित किया गया है, यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है, इसलिए आने वाले दिनों में यत्नाल की ओर से लिया गया कोई भी निर्णय उनके शुभचिंतकों, प्रशंसकों और समर्थकों तक ही सीमित रहेगा। यह संघर्ष अखिल भारतीय लिंगायत पंचमसाली समाज ट्रस्ट और पंचमसाली पीठ से संबंधित नहीं है। पीठ के मठ प्रमुख को यह बात समझनी चाहिए और उन्हें इस आंदोलन का आह्वान करने का नैतिक अधिकार नहीं है। समाज को पार्टी के निर्णयों से नहीं बांधना चाहिए। मठ प्रमुख को सभी नेताओं के साथ सम्मान और समानता का व्यवहार करना चाहिए। एक पार्टी, व्यक्ति के लिए सीमित तौर पर समाज का इस्तेमाल करना निंदनीय है।

उन्होंने कहा कि समाज देख रहा है कि मठ प्रमुख हाल ही में कई गलत कदम उठा रहे हैं। अगर हम अपने समाज के विधायकों से इस्तीफा देने को कहें तो कोई नहीं देगा? समाज के जनप्रतिनिधि किसी भी व्यक्ति पर राजनीति करने के लिए भरोसा नहीं कर सकते। निर्वाचित प्रतिनिधि सिर्फ एक समाज के भरोसे राजनीति नहीं कर सकते। इस बात को समझना चाहिए।

संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रबन्ना हुणसिकट्टी की अध्यक्षता में हुई बैठक में राष्ट्रीय महासचिव नीलकंठ असूटी, विधान परिषद के पूर्व सदस्य मोहन लिंबिकाई, पूर्व विधायक एमएस अक्की, एसआई चिक्कनगौडर, डॉ. वीआई पाटिल, सोमन्ना बेविनमरद, समाज के प्रमुख कूडलसंगम के एलएम पाटिल, बापूगौड़ा पाटिल, चंबन्ना हालदोटर, चन्नबसप्पा कंठी, एमएस मल्लापुर, कलप्पा यलिवाल, सीबी होन्निहल्ली, बसवराज कित्तूर, प्रशांत हवनगी, कुमार कुंदनहल्ली, गिरीश सुंकद, एसके कोट्रेशी, उलवप्पा बेलगेरी समेत कई उपस्थित थे।

राष्ट्रीय युवा इकाई के अध्यक्ष राजशेखर मेणसिनकाई ने प्रास्ताविक भाषण दिया। शहर इकाई के अध्यक्ष नंदकुमार पाटिल ने सभा का स्वागत किया। अंत में जीजी दयावानगौड़ा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

बैठक में लिए गए निर्णय

-इससे पहले बैठक में समाज को संगठित करने के उद्देश्य से राज्य की सभी तालुक और जिला इकाइयों को भंग कर नई इकाइयों की नियुक्ति की जाएगी।
-समाज के संगठन को मजबूत बनाना।
-हुब्बल्ली में पंचयमसाली पीठ के शिलान्यास समारोह के लिए स्वागत एवं आतिथ्य समिति का गठन।
-इस क्षेत्र में छात्र छात्रावास के लिए भूमि खरीदना।
-समाज के युवाओं के लिए नेतृत्व प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन करना।
-राज्य स्तर पर महिला संगठनों को मजबूत करने सहित कई निर्णय लिए गए।

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