पार्षदों ने किया राज्यपाल से मिलने का फैसला
महानगर निगम के सभा नेता वीरन्ना सवडी ने दी जानकारी
हुब्बल्ली. हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम के सभा नेता वीरन्ना सवडी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम के कर्मचारियों को मिलने वाले 21 करोड़ रुपए वेतन अनुदान का भुगतान नहीं किया है। पिछले तीन महीने से वेतन अनुदान नहीं आया है। इससे कर्मचारियों को कठिनाई हो रही है और एक महीने में महानगर निगम बंद होने की स्थिति में आ जाएगा।
शहर में सोमवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सवडी ने कहा कि सरकार स्थायी सफाई कर्मियों से लेकर आयुक्त तक सभी को वेतन दे रही थी परन्तु पिछले तीन महीनों से वेतन अनुदान जारी नहीं किया है। इस पर सवाल उठाते हुए निगम की ओर एक लिख गया है और सरकार ने महानगर निगम के सामान्य कोष से वेतन का भुगतान करने का जवाब दिया है।
सरकार से नहीं मिला 290 करोड़ का अनुदान
उन्होंने कहा कि 15वें वित्त, एसएफसी मुक्तनिधि, महात्मा गांधी नगर विकास योजना, पेंशन बकाया, अमृत योजना सहित 290 करोड़ रुपए अनुदान सरकार से आना है। इसके साथ ही 6वें और 7वें वेतन का अंतर भी निगम को ्आना है। मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या, जिला प्रभारी मंत्री संतोष लाड और सचिव से कई बार अनुरोध करने के बावजूद कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। आयुक्त ने स्वयं संतोष लाड को कॉल करके महानगर निगम की वित्तीय स्थिति बताई, परन्तु कोई फायदा नहीं हुआ।
सवडी ने कहा कि महानगर निगम में निर्वाचितों की सत्ताविहीन 2.5 वर्षों के दौरान विधायकों ने नगर निगम की सामान्य निधि का मनमाने ढंग से उपयोग किया है। यह प्रथा निर्वाचित प्रशासन के अस्तित्व में आने के बाद भी जारी रही है। इसके चलते नगर निगम की सामान्य निधि घट गई है। नगर निगम को मिलने वाले उचित अनुदान 31 मार्च तक नहीं आया तो कानूनी कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।
सरकार का कदम निंदनीय है…
महानगर निगम पार्षद और भाजपा जिला इकाई के अध्यक्ष तिप्पन्ना मज्जगी ने कहा कि महापौर और पार्षद दो साल से सरकार से अपील कर रहे हैं परन्तु सरकार अनुदान जारी नहीं कर रही है। स्थानीय निकायों को मजबूत करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है परन्तु सरकार इसके विपरीत दृष्टिकोण अपना रही है। इसके चलते सरकार के कदम की निंदा करते हुए सभी दलों के पार्षद राज्यपाल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपेंगे।
संवाददाता सम्मेलन में महानगर निगम पार्षद शिवु हिरेमठ उपस्थित थे।