हुब्बल्ली. द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) की हुब्बल्ली शाखा ने “स्टैच्यूटरी बैंक ब्रांच ऑडिट” पर एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया था।
यह सेमिनार बैंक ऑडिट के क्षेत्र में व्यावसायिक विशेषज्ञता को बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था, जिसमें हुब्बल्ली, धारवाड़, गदग, दावणगेरे, विजयपुर और अन्य निकटवर्ती शहरों से 150 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
हुब्बल्ली शाखा के अध्यक्ष अक्षयकुमार सिंघी के स्वागत कर बैंक ऑडिट में रणनीतिक योजना के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि एक सफल ऑडिट के लिए सूक्ष्म योजना आवश्यक है और ऑडिटिंग के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी की बढ़ती भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने सदस्यों को डिजिटल प्रगति को अपनाने की सलाह दी। साथ ही, उन्होंने सेमिनार के सफल आयोजन के लिए हुब्बल्ली शाखा की प्रबंधन समिति और कर्मचारियों के समर्पित प्रयासों की सराहना की।
क्षेत्रीय परिषद मुंबई की सदस्य श्वेता जैन ने कार्यक्रम का उद्घाटन कर “बैंक ऑडिट में रणनीतिक योजना और उन्नत सत्यापन” विषय पर विचार साझा करते हुए बैंक ऑडिट में रणनीतिक दृष्टिकोण अपनाने के महत्व पर जोर दिया और कहा कि प्रभावी योजना से सटीकता और अनुपालन सुनिश्चित किया जा सकता है।
दूसरा सत्र, “द डिजिटल आई: सचिन तनवाशी (हुब्बल्ली) और अश्विन चोपड़ा (बल्लारी) की ओर से टेक-पावर्ड बैंक ऑडिट्स का संचालित किया। वक्ताओं ने ऑडिटिंग में प्रौद्योगिकी के बढ़ते महत्व पर चर्चा की और बताया कि डिजिटल टूल्स का उपयोग कैसे दक्षता और सटीकता को बढ़ा सकता है। उन्होंने ऑडिट प्रक्रिया को अधिक सुव्यवस्थित और प्रभावी बनाने के लिए व्यावहारिक रणनीतियां साझा कीं।
इस सेमिनार को अच्छी प्रतिक्रिया मिली, जिसमें कोप्पल, सिरसी, गंगावती, दावणगेरे, हावेरी, विजयपुर, नवलगुंद, कुमटा और दांडेली सहित विभिन्न जिलों से 150 से अधिक पेशेवरों ने सक्रिय रूप से भाग लिया था।
ऋषभ उपाध्याय, अनंत न्यामन्नवर, आदर्श हिरेमठ और विरुपाक्ष हिप्परगी ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अंत में हुब्बल्ली शाखा के सचिव मंजुनाथ मेटी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।