सांसद गोविंद कारजोल ने कहा
मेंगलूरु. चित्रदुर्ग के सांसद गोविंद कारजोल ने कहा कि विधानसभा सत्र की कार्यवाही के दौरान दुव्र्यवहार के आरोप में विधायकों को छह महीने के लिए निलंबित नहीं करना चाहिए था।
शहर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कारजोल ने कहा कि मैं विधायकों के आचरण का बचाव नहीं कर रहा हूं। यदि उन्होंने कुछ गलत किया है तो उन्हें दो से तीन दिन या एक सत्र की अवधि के लिए निलंबित करना चाहिए। सत्ता के मद में इस तरह का काम करना सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि जब राज्य में भाजपा नीत सरकार थी तो विपक्ष के साथ ऐसा व्यवहार कभी नहीं किया गया। इससे पहले तत्कालीन विपक्ष के नेता रहे सिद्धरामय्या ने भी सदन में हंगामा मचाया था। मनमानी बात की थी। वे दरवाजे को लात मारकर अंदर घुसे थे। कांग्रेस के सदस्यों ने विधान परिषद में सभापति को ही घसीटा था। तब कांग्रेस के सदस्यों को हमेशा के लिए बर्खास्त किया जा सकता था परन्तु उस समय ऐसा नहीं किया जाता था।