एसबीआइ रिपोर्ट: महंगे होंगे लोन, बढ़ेगी ईएमआइ
मुंबई. देश में खुदरा महंगाई दर अगस्त में बढ़कर 7% पर पहुंच गई है। लगातार बढ़ती महंगाई को काबू में करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) इस साल चौथी बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है। एसबीआइ की इकोरैप रिपोर्ट को मुताबिक, आरबीआइ 28-30 सितंबर के बीच होने वाली मौद्रिक नीति समिति की बैठक में ब्याज दरों में 35 से 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर सकता है। अगर ऐसा होता है तो देश में सभी तरह के लोन महंगे हो जाएंगे और लोगों की ईएमआइ बढ़ जाएगी।
आरबीआइ इस साल अब तक तीन बार इजाफा करके ब्याज दरों में 1.40% की बढ़ोतरी कर चुका है, जिससे रेपो रेट 5.4% हो गया है। रेपो रेट 6% तक हो सकता है। ऐसा नहीं है कि महंगाई सिर्फ भारत में बढ़ी है। दुनियाभर के देश इससे त्रस्त हैं। महंगाई को काबू में करने के लिए यूरोपियन सेंट्रल बैंक (ईसीबी) ने हाल ही में ब्याज दरों में 0.75% का इजाफा किया है। अमरीकी फेडरल रिजर्व भी इस महीने ब्याज दरों में 0.75% का इजाफा कर सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर के बाद से ब्याज दरों में मामूली बढ़ोतरी ही देखने को मिलेगी, क्योंकि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में महंगाई दर में गिरावट देखने को मिल सकती है।
ग्लोबल बाजार में नरमी के बावजूद बढ़ी कीमतें
एसबीआइ की रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, देश में खुदरा महंगाई दर खाने-पीने की चीजों की महंगाई खासकर अनाज और सब्जियों की दाम बढ़ने से बढ़ी है। असमान बारिश का सब्जियों की सप्लाई पर असर हुआ। अनाज की कीमतों में चौंकाने वाली बात यह है कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भाव लगातार कम हो रहे हैं, इसके बावजूद भारत में कीमतों में इजाफा हुआ है।