मंत्री संतोष लाड ने किया सवाल
हुब्बल्ली. श्राम एवं धारवाड़ जिला प्रभारी मंत्री संतोष लाड ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेक इन इंडिया की खूब बातें करते हैं परन्तु हम विदेशों से छाते तक आयात कर रहे हैं। निर्यात में 200 मिलियन डॉलर की गिरावट आई है। मेक इन इंडिया कहां है?
शहर में रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए लाड ने कहा कि केंद्र सरकार का काम लोगों को गुमराह करना और झूठे वादे करना हो गया है। विदेशों में जमा काला धन वापस लाने और लाखों लोगों को रोजगार देने का वादा किया था। अब उनका क्या हुआ? वे किस आधार पर कह रहे हैं कि देश में भ्रष्टाचार नहीं है? भारत को विश्व गुरु के रूप में पेश किया जा रहा है परन्तु किस पड़ोसी देश के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं?
श्रम मंत्री संतोष लाड ने गंभीर आरोप लगाया कि अडानी पोर्ट पर 21,000 करोड़ रुपए की ड्रग्स मिली है। इस पैसे का इस्तेमाल पहलगाम आतंकी हमले में किया गया। एनआईए ने इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट को यह रिपोर्ट सौंपी है। अंडमान और निकोबार पोर्ट पर 36,000 करोड़ रुपए की ड्रग्स मिली है। जाहिर है, मुंबई, गुजरात, अंडमान-निकोबार और अडानी पोर्ट पर एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की ड्रग्स मिली है। सट्टा ऐप, सट्टा गेम, अपराध बढ़े हैं। राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो की दर रिपोर्ट नहीं दिख रही है। यह कैसे कहा जा सकता है कि भारत अब विकसित देश हुआ है? मैं इस पर खुली बहस के लिए तैयार हूं। क्या केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी इस पर आएंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए बीफ एक्सपोर्टर्स और बेटिंग ऐप्स से चंदा लेकर अपना पार्टी कार्यालय बना रही है। बीफ एक्सपोर्ट में हम तीसरे नंबर पर हैं। कोयला खदानों का आवंटन किसे किया गया है? पूर्व कोयला मंत्री रहे प्रल्हाद जोशी को इस बारे में बताना चाहिए। एक्सपोर्ट ट्रेड में 200 बिलियन डॉलर की गिरावट आई है। प्रधानमंत्री मेक इन इंडिया की बात करते हैं परन्तु हम विदेशों से छाते तक आयात कर रहे हैं। जियो से बीएसएल को 1700 करोड़ रुपए आने चाहिए। केंद्र सरकार ने इसका बिल भी नहीं बनाया है। वे प्रधानमंत्री मोदी को विश्व गुरु कह रहे हैं। 56 रुपए का डॉलर 90 रुपए का हो गया है। अब दो हजार के नोट कहां हैं? इन्हें छापने के लिए 40 हजार करोड़ रुपए खर्च कर दिए गए हैं।
पैसे देने पर घर बांटने के बीआर पाटिल के बयान पर लाड ने कहा कि वे वरिष्ठ नेता हैं, हम उनका सम्मान करते हैं। इस पर वे कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। घर ग्राम पंचायत के सदस्य बांटते हैं। मंत्री और विधायक घर बांटते नहीं हैं।